आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी (Busy Life) में ज्यादातर लोग रात में अच्छी नींद (Good Sleep) नहीं ले पाते हैं या फिर उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती है. स्वस्थ रहने के लिए रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेना बेहद जरूरी है, लेकिन अगर आप इससे कम सोते हैं तो फिर अगले दिन सुबह उठने के बाद सुस्ती, आलस्य, चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं से दो चार होना पड़ सकता है. हालांकि कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें नींद इतनी ज्यादा प्यारी होती है कि वो 8 घंटे से भी ज्यादा समय तक सोते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा सोने की आदत (Oversleeping Habit) भी आपको बीमार कर सकती है.
रोजाना 8 घंटे से ज्यादा नींद लेने वालों को सेहत से जुड़ी कई परेशानियों (Health Problems) का सामना करना पड़ सकता है. चलिए जानते हैं जरूरत से ज्यादा सोने से किस तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
1- बढ़ सकता है मोटापा
जरूरत से ज्यादा सोने की आदत से आप मोटापे के शिकार हो सकते हैं. दरअसल, सोते समय शरीर की कैलोरी बर्न नहीं होती है, जिसके चलते शरीर का वजन बढ़ने लगता है और मोटापा बढ़ने की आशंका बढ़ जाती है. यह भी पढ़ें: अच्छी और आरामदायक नींद के लिए रोजाना रात में करें ये 5 काम
2- मानसिक परेशानी
जरूरत से ज्यादा सोने वाले लोग अक्सर सिरदर्द की शिकायत करते हैं. कई शोध के अनुसार, ज्यादा सोने से विभिन्न प्रकार की मानसिक बीमारियों का खतरा बना रहता है. इसके अलावा इससे याद्दाश्त पर असर पड़ता है.
3- दिल की बीमारी
एक ओर जहां कम सोने की वजह से आपको सेहत से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं तो वहीं दूसरी तरफ ज्यादा सोने के कारण दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है.
4- कब्ज की शिकायत
अगर आप रोजाना 8 घंटे से ज्यादा सोते हैं तो आपको कब्ज की समस्या हो सकती है. दरअसल, ज्यादा देर तक सोने वाले लोगों की पाचन क्रिया बाधित होती है और उनमें कब्ज की परेशानी बढ़ सकती है.
5- शरीर में जकड़न
ज्यादा देर तक सोने की वजह से काफी देर तक शरीर एक ही अवस्था में रहता है, जिसके चलते शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से नहीं हो पाता है. इसके अलावा शरीर में जकड़न की समस्या हो सकती है. यह भी पढ़ें: आपकी आंखों से नींद हो जाएगी गायब, अगर रात में करेंगे इन चीजों का सेवन
गौरतलब है कि ज्यादा सोने के कारण दिमाग में डोपामाइन और सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर कम होने लगता है, जिससे व्यक्ति का मूड प्रभावित होता है और दिन भर चिड़चिड़ापन महसूस होता है.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.