मुंबई: स्टेम सेल बैंकिंग (Stem Cell Bank) में भारत की प्रमुख और जैव प्रौद्योगिकी (Biotechnology) की अग्रणी बहुराष्ट्रीय कंपनी, लाइफसेल इंटरनेशनल ने अपनी प्रजनन, यौन, महिला और शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के तहत सेल्फ कलेक्शन परीक्षण और संरक्षण किट ( Self Collection Test and Protection Kit) की एक रेंज पेश की है. परीक्षण किट मुख्य रूप से उन स्थितियों के लिए परीक्षण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से है जिन्हें अक्सर कलंकित और वर्जित माना जाता है. इस प्रकार, सैंपल संग्रह से लेकर रिपोर्ट प्राप्त करने तक, ये नई लॉन्च की गई टेस्टिंग किट पूरी गोपनीयता और सुविधा सुनिश्चित करती हैं, क्योंकि इन्हें पूरी तरह से किसी के घर जाकर किया जा सकता है.
लाइफसेल इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक मयूर अभाया ने कहा कि आईएसएआर के अनुसार, 10 से 14 फीसदी आबादी को प्रभावित करने के साथ, भारत में नि:संतानता एक बढ़ती हुई चिंता है और वर्तमान में करीब 2.75 करोड़ जोड़े जो सक्रिय रूप से गर्भ धारण करने की कोशिश कर रहे हैं, वे इस समस्या से पीड़ित हैं. हालांकि, 1% से भी कम यानी लगभग 2,75,000 नि:संतान दंपत्ति ही उपचार चाहते हैं. अफसोस कि यौन और प्रजनन स्वास्थ्य की बात करना भी भारत में एक वर्जित विषय है और इससे जुड़ी किसी भी स्वास्थ्य समस्या को हेय दृष्टि से देखा जाता है. इसी के साथ कैरियर संबंधी चिंताओं के चलते भारतीय पुरुषों और महिलाओं में देरी से विवाह करने का चलन है. ऐसे में लाइफसेल इंटरनेशनल में हम स्पर्मस्कोर, ओवास्कोर, और इन्फर्जेन्स जैसे लेटेस्ट हैल्थकेयर समाधानों के जरिए न केवल उनकी प्रजनन स्थिति को समझने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, बल्कि भविष्य के सपनों की योजना बनाने में भी मदद करते हैं.
लाइफसेल द्वारा किए जाने वाले अन्य प्रमुख परीक्षणों में महिलाओं के स्वास्थ्य के मुद्दे जैसे सर्वाइकल कैंसर और मेनोपॉज शामिल हैं. साल 2020 में दुनिया भर में सर्वाइकल कैंसर के लगभग 6,04,127 नए मामले सामने आए थे और 3,41,831 मौतें हुईं, जबकि सर्वाइकल कैंसर के कुल मामलों में लगभग 21% भारत से थे. हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि 66 प्रतिशत से अधिक महिलाएं जो गंभीर मेनोपॉज की समस्या से पीड़ित हैं, अपनी स्वास्थ्य चिंताओं के बारे में बात करने में सहज महसूस नहीं करतीं, यहां तक कि अपने परिजनों को भी नहीं बतातीं, यह सोचकर कि वे चिंतित हो जाएंगे और समझ नहीं पाएंगे कि उन्हें किस तरह की समस्या है. सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि मेनोपॉज से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करने पर कम से कम 35 प्रतिशत महिलाएं डॉक्टर के पास भी नहीं गईं. महिलाओं के स्वास्थ्य के मुद्दों पर चर्चा की कमी स्वाभाविक रूप से उन्हें उचित (चिकित्सा के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक) देखभाल से वंचित करती है.
अभाया ने कहा- मेरा मानना है कि भारत में समस्या लैब की उपलब्धता या परीक्षण नहीं है, बल्कि यह सहूलियत और भरोसे का मामला है. लाइफसेल इंटरनेशनल में हमने अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके एक समाधान विकसित किया है जो व्यक्तियों को अपने घर से ही गोपनीयता से परीक्षण करने की सुविधा देता है, जिसमें न तो डॉक्टर के पर्चे की जरूरत होती है और न ही सैंपल देने के लिए किसी लैब में जाना पड़ता है. यह शहर, गांव या कस्बे में पुरुषों और महिलाओं को निजी तौर पर आसानी से परीक्षण करने की सहूलियत प्रदान करता है.
द इंडियन सोसाइटी ऑफ असिस्टेड रिप्रोडक्शन की अध्यक्ष डॉ. नंदिता पलशेतकर ने कहा ये सेल्फ टेस्ट किट सामाजिक वर्जनाओं पर काबू पाने और पुरुषों व महिलाओं के लिए सुलभ और विवेकपूर्ण परीक्षण विकल्पों की तत्काल आवश्यकता को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण सफलता है. इनसे महत्वपूर्ण बीमारियों का पता लगाना सुनिश्चित होता है, ताकि प्रारंभिक अवस्था में ही शीघ्र चिकित्सा और मार्गदर्शन मिलना संभव हो सके. पारंपरिक परीक्षण विधियों की तुलना में इसमें गोपनीयता और सुविधा सर्वोपरि है. लाइफसेल की पहल में बाधाओं को तोड़ने और भारत में प्रजनन व यौन स्वास्थ्य के नज़रिए में क्रांति लाने की क्षमता है.
प्रमुख सेवाएं
ओवास्कोर एक महिला प्रजनन हार्मोन परीक्षण है जो संभावित खतरे की पहचान करने के लिए 9 बायोमार्कर्स की जांच करता है, जबकि स्पर्मस्कोर 11 शुक्राणु स्वास्थ्य मापदंडों और 14 शुक्राणु स्वास्थ्य स्थितियों का परीक्षण करके पुरुषों को उनकी प्रजनन स्थिति की जानकारी देता है. स्पर्मवॉल्ट उन पुरुषों के लिए एक आसान और सुविधाजनक तरीका है, जो भविष्य में उपयोग के लिए अपने शुक्राणुओं को संरक्षित करना चाहते हैं.
इन्फरजीन्स फीमेल एक महत्वपूर्ण परीक्षण है जो महिलाओं में नि:संतानता से जुड़े 26 जीनों का विश्लेषण करता है. इसी तरह, इन्फरजीन्स मेल पैनल 36 नैदानिक-प्रासंगिक जीनों का विश्लेषण करता है जो पुरुष नि:संतानता का कारण बन सकते हैं. जींसपास, एक आनुवंशिक परीक्षण है जो 2000 से अधिक नैदानिक रूप से प्रासंगिक जीन्स का विश्लेषण करता है और भावी शिशु को विरासत में मिली किसी चिकित्सा बीमारी के जोखिम की पहचान करने में मदद कर सकता है.
पेरिमेनोपॉज टैस्ट पहला एफडीए-क्लियर एएमएच रक्त परीक्षण है जो किसी महिला के अंतिम मासिक धर्म की अवधि का समय निर्धारित करता है और यह आकलन करता है कि क्या वह अपने स्वास्थ्य के प्रभावी प्रबंधन के लिए किसी अंतर्निहित थायरॉयड लक्षणों का अनुभव कर रही है.
क्लैमाइडिया और गोनोरिया स्क्रीन, एक ऐसा परीक्षण है जो दो प्रमुख यौन संचारित संक्रमणों (एसटीआई) के लिए महिलाओं की जांच करने में मदद करता है, जबकि एसटीडी पैनल 8 सामान्य एसटीआई के लिए स्क्रीन करता है.
एचपीवी टेस्ट महिलाओं के लिए विशेष रूप से प्रासंगिक है, क्योंकि यह उन 24 उच्च जोखिम वाले एचपीवी स्ट्रेन्स की जांच करता है जो सर्वाइकल कैंसर का कारण बन सकते हैं. यह भारत में एक प्रमुख स्वास्थ्य चिंता है.
ओमेगास्कोर-एन और ओमेगास्कोर-पी परीक्षण ओमेगा-3 डीएचए की मात्रा को मापने के लिए किया जाता है. यह क्रमश: स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं में बच्चे और मां दोनों को प्रभावित करता है.
आगामी पेशकशों में ओवावॉल्ट, प्राइवेट एग फ्रीजिंग, माईमेडएक्स, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अवसाद, आदि जैसी पुरानी स्थितियों के लिए नुस्खे वाली दवाओं को पर्सनलाइज़ करने के लिए जीनोमिक्स आधारित परीक्षण, वोकैन टेस्ट, महिलाओं के लिए वंशानुगत स्तन और डिम्बग्रंथि के कैंसर की जांच के लिए एक निवारक जीनोमिक्स परीक्षण आदि शामिल हैं.
लाइफसेल के सेल्फ-कलेक्शन किट सेल्फ-साइन अप मॉडल का पालन करते हैं, अगर कोई व्यक्ति अपना परीक्षण करना चाहता है तो वो किट को ऑनलाइन ऑर्डर कर सकता है और अपने घर पर मंगवा सकता है. एक बार सैम्पल मिलने के बाद, व्यक्ति को इसे लाइफसेल को वापस भेजना होगा और वे कुछ ही दिनों में अपने परिणाम ऑनलाइन प्राप्त कर लेंगे. अगर आगे मार्गदर्शन की आवश्यकता हो तो सहायता और सलाह पाने के लिए चिकित्सा पेशेवर खोजने में भी सहायता मिल सकती है. किट कीमत कीमत 1,500 रुपए से लेकर 60,000 रुपए तक है.
विशेषताएं
- कंपनी भारत की सामाजिक-चिकित्सा चुनौतियों पर काबू पाने की दिशा में एक प्रमुख प्रगति का परीक्षण करती है, विशेष रूप से उन बीमारियों के लिए जो सामाजिक वर्जनाओं और कलंक से जुड़ी हैं
- उन्नत स्व-संग्रह स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में पूर्ण गोपनीयता बनी रहती है- परीक्षण से लेकर रिपोर्ट प्राप्त करने तक – सब कुछ बिना घर से बाहर निकले हो जाता है
- फर्टिलिटी सीमन और हार्मोन टैस्टिंग, इनफर्टिलिटी से संबंधित जीन की जांच और विरासत में मिली बीमारियों, स्पर्म और एग फ्रीजिंग, मेनोपॉज के लिए स्क्रीनिंग, यौन संचारित संक्रमण, गर्भावस्था के दौरान व गर्भावस्था के बाद डीएचए सामग्री आदि सहित 15 से अधिक सेवाएं
- सेवाओं को गर्भधारण से लेकर संतानप्राप्ति और उसके बाद की यात्रा में व्यक्तियों और परिवारों की मदद करने के हिसाब से डिज़ाइन किया गया है
लाइफसेल इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के बारे में
लाइफसेल इंटरनेशनल साल 2004 में चेन्नई में स्थापित भारत प्रमुख स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं में से एक है, जो देश की वर्तमान और भविष्य की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्टेम सेल और जीनोमिक्स जैसी उन्नत तकनीकों का प्रयोग करता है.
लाइफसेल का कम्युनिटी बैंकिंग प्रोग्राम ट्रांसप्लांट चाहने वाले भारतीय मूल के रोगियों के लिए 75,000 से अधिक मैचिंग स्टेम सैल यूनिट तक रेडी-टू-यूज एक्सेस का दुनिया का सबसे बड़ा भंडार प्रदान करता है. इसकी सुविधाएं एएबीबी, एनएबीएल और सीएपी मान्यता प्राप्त हैं.
इसके अलावा, लाइफसेल विभिन्न स्थितियों के लिए सेल और ऊतक-आधारित बायोलॉजिक्स प्रदान करता है, जिसमें उन्नत घाव देखभाल, सर्जिकल रिकवरी, रिजेनरेटिव चिकित्सा आदि बहुत कुछ शामिल है. इसकी निर्माण सुविधाएं उच्चतम गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए डीसीजीआई और एएटीबी द्वारा मान्यता प्राप्त हैं.
यह उन रोगियों के लिए विशेष स्वास्थ्य जांच भी प्रदान करता है जो मेल-ऑर्डर टेस्ट किट के माध्यम से अपने घर से सेल्फ सर्विस लेना चाहते हैं. इसमें प्रजनन क्षमता, यौन और सामान्य स्वास्थ्य सहित कई स्थितियों को कवर किया जाता है.
निवारक और निश्चित निदान प्रदान करके स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध, लाइफसेल हर शिशु और परिवार को स्वस्थ जीवन जीने में मदद करने के लिए लगातार काम कर रहा है. अधिक जानकारी के लिए आप इसकी ऑफिशियल वेबसाइट www.lifecell.in पर विजिट कर सकते हैं.