Ramadan 2024: रोजा अवश्य रखें, मगर सेहत का भी रखें ध्यान! जानें क्या कहती है विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन!
11 अथवा 12 मार्च से उम्मीद है रमजान का पाक महीना शुरू हो जायेगा. इसके साथ ही दुनिया भर के मुसलमान रोजा शुरू करेंगे. इस्लाम धर्म के अनुसार रमजान मास में प्रतिदिन 15 घंटे निर्जल उपवास रखने का विधान है.
Ramadan 2024: 11 अथवा 12 मार्च से उम्मीद है रमजान का पाक महीना शुरू हो जायेगा. इसके साथ ही दुनिया भर के मुसलमान रोजा शुरू करेंगे. इस्लाम धर्म के अनुसार रमजान मास में प्रतिदिन 15 घंटे निर्जल उपवास रखने का विधान है. अधिकांश मुसलमान उच्च कैलोरी युक्त भोजन के साथ अपना उपवास (रोजा) तोड़ते हैं. बहुत से लोग इस दिन ज्यादा शारीरिक श्रम वाली गतिविधियों में संलग्न होने से बचाते हैं. इसलिए, स्वस्थ रहने और वजन बढ़ने से बचने के लिए रमजान के दौरान पोषण पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. इस संदर्भ में विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि रोजा सेहत के लिए लाभकारी है, लेकिन ध्यान देने की बात यह है कि रोजा रखने वाला सेहत के नजरिये से कितना कितना सक्षम है. रोजा के संदर्भ में विश्व स्वास्थ्य संगठन की कुछ सिफारिशें हैं, जिन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. यह भी पढ़े: UP Ramadan 2024 Sehri-Iftar Time: रमजान का पाक महीना होने वाला है शुरू, यहां देखें Prayagraj, Varanasi, Jaunpur और Rae Bareli का सहरी-इफ्तार का टाइम
क्या कहती है विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइड लाइन?
* रोजा तोड़ने के लिए सर्वप्रथम खजूर का सेवन एक पुरानी परंपरा है, क्योंकि आहार विशेषज्ञों के अनुसार खजूर फाइबर का उत्कृष्ट स्रोत है.
* सुहूर (सहरी) के समय हल्के भोजन का सेवन करें, जिसमें हरी सब्जियां, कार्बोहाइड्रेट (साबुत अनाज) और प्रोटीन युक्त भोजन जैसे त्वचा रहित चिकन शामिल हों. शहरी का भोजन आवश्यक है, क्योंकि यह भोजन इफ्तार तक पूरे दिन के लिए ऊर्जा देता है.
* सहरी और इफ्तार के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं और हाइड्रेटिंग जलयुक्त खाद्य-पदार्थ जैसे घर का बना सूप, सब्जियां, खीरा, सलाद, टमाटर और तरबूज का सेवन करके हाइड्रेटेड रहना चाहिए.
* इफ्तार के समय शर्करा युक्त पदार्थों का सेवन कम से कम करें, विशेष रूप से मीठे खाद्य-पदार्थ और कोल्ड ड्रिंक, मिस्ट्री या दूध युक्त डेसर्ट तथा फलों के रस इत्यादि.
* इफ्तार अथवा सहरी के खाद्य-पदार्थों में तले हुए भोजन मसलन समोसा, पकौड़ा, बर्गर आदि का कमतर प्रयोग करें. इसके साथ ही लाल मांस के बजाय सफेद मांस का चुनाव करें और उसमें से फैट को हटाकर ही उसके व्यंजनों का इस्तेमाल करें.
* इफ्तार के भोजन में उच्च नमक वाले खाद्य-पदार्थ उदाहरण के लिए प्रसंस्कृत मांस (Processed Meat), बीफस अथवा चिकन सलामी और अचार, नमकीन आदि कम से कम मात्रा में लें. वरना इनके ज्यादा सेवन से सीने में जलन और पाचन जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं.
* इफ्तार हो या सहरी इसमें सेवन किये जाने वाले खाद्य-पदार्थों के छोटे निवाले लें, और सहजता से खायें, वरना पाचन क्रिया में खराब हो सकती है