ग्रीन टी को लेकर ज्यादातर लोग मन में बना लेते हैं ये धारणाएं, कहीं आप भी उनमें शामिल तो नहीं
कई लोगों को लगता है कि वो ग्रीन टी जितना ज्यादा पीएंगे उन्हें उतना ही ज्यादा फायदा पहुंचेगा, जो कि बिल्कुल भी गलत है. ग्रीन टी को लेकर ज्यादातर लोग अपने मन में कई तरह धारणाए पाल लेते हैं, जिनकी हकीकत कुछ और ही होती है.
अपनी सेहत (Health) को लेकर सजग रहने वाले लोग अक्सर दूधवाली चाय (Tea) की जगह ग्रीन टी (Green Tea) पीना ज्यादा पसंद करते हैं. बेशक एंटीऑक्सीडेंट (Anti-Oxidants) गुणों से भरपूर ग्रीन टी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ग्रीन टी जिस तरह से सेहत को फायदा पहुंचाती है, उसी तरह से सेहत के लिए नुकसानदेह भी साबित हो सकती है. जी हां, कई लोगों को लगता है कि वो ग्रीन टी जितना ज्यादा पीएंगे उन्हें उतना ही ज्यादा फायदा पहुंचेगा, जो कि बिल्कुल भी गलत है. ग्रीन टी को लेकर ज्यादातर लोग अपने मन में कई तरह की धारणाएं पाल लेते हैं, जिनकी हकीकत कुछ और ही होती है.
चलिए जानते हैं ग्रीन टी को लेकर किस तरह की धारणाएं (Myths and Facts) लोग अपने मन में पाल लेते हैं और उन धारणाओं की हकीकत क्या है.
1- धारणा- ग्रीन टी को सुबह खाली पेट पीने से ज्यादा फायदा होता है.
सच्चाई- सुबह के वक्त खाली पेट चाय नहीं पीना चाहिए चाहे वो ग्रीन टी ही क्यों न हो? ग्रीन टी में भी कैफीन होता है जिसे खाली पेट पीने से आपको एसिडिटी की परेशानी हो सकती है. यह भी पढ़ें: लौंग वाली चाय है सेहत के लिए अमृत, इसे पीने से ये 6 बीमारियां हो जाती हैं गायब
2- धारणा- जल्दी वेटलॉस करना है तो ज्यादा से ज्यादा ग्रीन टी पीना चाहिए.
सच्चाई- अगर आप सोचते हैं कि ज्यादा ग्रीन टी पीएंगे, उतनी ही तेज रफ्तार से आपका वेट लॉस होगा तो यह बिल्कुल गलत है. दिन भर में तीन कप से ज्यादा ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए, नहीं तो इससे सिरदर्द और डायरिया की समस्या हो सकती है.
3- धारणा- ग्रीन टी पीने से सेहत पर इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता.
सच्चाई- अगर आप संतुलित मात्रा में ग्रीन टी पीते हैं तो यह सेहत को फायदा होता है, लेकिन ज्यादा ग्रीन टी पीने से इसके नकारात्मक प्रभाव भी आपकी सेहत को झेलने पड़ सकते हैं.
4- धारणा- एसिडिटी होने पर भी ग्रीन टी पी सकते हैं, कोई नुकसान नहीं होता.
सच्चाई- अगर आप सोचते हैं कि एसिडिटी होने पर भी ग्रीन टी पीने से कोई नुकसान नहीं होता तो आप गलत हैं. दरअसल, ग्रीन टी में टैनिन होता है जिसके चलते एसिडिटी की समस्या और बढ़ सकती है.
5- धारणा- गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी पीना फायदेमंद होता है.
सच्चाई- गर्भावस्था के दौरान ज्यादा ग्रीन टी पीने से बचना चाहिए. दरअसल, इसमें मौजूद कैफीन और टेनिन होता है. जिसके चलते इसका अधिक मात्रा सेवन करने से सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. यह भी पढ़ें: मोटापे को देना चाहते हैं मात तो रोजाना पीएं ब्लैक टी, जानिए इसके 5 सेहतमंद फायदे
गौरतलब है कि पौष्टिक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर ग्रीन टी कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के खतरे को कम करता है. इसके सेहतमंद फायदों का लाभ उठाने के लिए संतुलित मात्रा में इसका सेवन करें और अपने मन से ग्रीन टी को लेकर पल रही गलत धारणाओं को भी दूर करें.
नोट- इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए और लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं, इसलिए लेख में दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.