Health Tips: मानसून अपने पूरे शबाब में है, कुछेक स्थानों को अपवाद मान लें तो पूरा देश कहीं रिमझिम तो कहीं मूसलाधार बारिश हो रही है. गर्मी की तपन पर बरखा की बूंदे राहत तो दिलाते हैं, लेकिन मानसून का यह मौसम आपकी नरम-नाजुक त्वचा के लिए विलेन साबित हो रहा है. अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो बारिश की बूंदों के संपर्क में आकर यह और अधिक तैलीय हो जाती है, जो मुहांसों का कारण बनती है. अगर आपकी त्वचा शुष्क है तो त्वचा पर मॉइस्चराइजर लगाने से भी कील-मुंहासे पैदा हो सकते हैं. त्वचा के साथ ही आपके नरम मुलायम बालों के लिए भी मानसून किसी दुश्मन से कम नहीं होते. यहां बारिश से त्वचा को सुरक्षित रखने के कुछ अचूक टिप्स दिये जा रहे हैं, जिसे उपयोग में लाकर आप अपनी त्वचा और बालों को सुरक्षित रख सकते हैं. यह भी पढ़े: Health Tips: क्यों पड़ती है त्वचा पर झुर्रियां? अपनाएं ये कुछ घरेलू टिप्स, आपका चेहरा रहेगा सदा खिला-खिला!
* अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो अपने चेहरे पर सैलिसिलिक एसिड आधारित फेस वॉश का इस्तेमाल करें अगर त्वचा शुष्क है तो हल्के फेस वॉश का उपयोग करें. आप चाहें तो ऑयल रहित मॉइस्चराइजर लगाएं.
* अगर आप गंदे पानी से चल कर घर आ रहे हैं तो अपने पैरों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोकर स्वच्छ वस्त्र पहनकर ही बिस्तर पर जाएं. इससे आपके पैरों की त्वचा रोग मुक्त बने रहेंगे.
* अगर बरसात के पानी से त्वचा पर रैशेज हो गये हैं, तो इस पर नारियल का तेल लगाएं. नारियल तेल एक नेचुरल मॉइश्चराइजर की तरह काम करता है, जिससे त्वचा का रूखापन समाप्त होता है. इसके अलावा इसमें एंटी माइक्रोबियल गुण और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. आप चाहें तो नारियल तेल में कपूर मिलाकर त्वचा पर लगाने से भी फायदा होता है.
* बरसाती पानी से त्वचा पर नमी के कारण दाग-धब्बे या चकत्ते जैसे हो जाते हैं. निर्जलीकरण से त्वचा बदरंग दिखने लगती है. ऐसे में हल्दी का उपयोग करना चाहिए, क्योंकि हल्दी में सूजनरोधी गुण होते हैं. हल्दी निर्मित क्रीम का उपयोग करें.
* ग्रीन टी एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट है, जो त्वचा पर चमक लाता है. बरसात के मौसम में दिन में एक बार ग्रीन टी का सेवन अवश्य करें.
* मानसून के मौसम में डेयरी उत्पादों के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इससे मुंहासों के बढ़ने की संभावना रहती है.
* बरसात के मौसम में केले का सेवन अवश्य करना चाहिए, क्योंकि इसमें कई तरह के विटामिन और खनिज पदार्थ होते हैं, जो त्वचा की बाहरी प्रदूषण से सुरक्षित रखते हैं.
* बरसात के दिनों जड़ वाले एवं हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इन सब्जियों को तोड़ते समय उनकी जड़ों के साथ मिट्टी की गंदगी भी आ जाती है. अगर इसे सही तरीके से धोया नहीं जाए तो इन गंदी सब्जियों से त्वचा में एलर्जी हो सकता है.
* बरसात के दिनों में तैलीय और चिपचिपे बालों से बचने के लिए इसे शैंपू से धोना जरूरी है, शैंपू नहीं करने से बालों में जमा पानी बालों को भारी और चिपचिपा बनाते हैं, जिससे बालों के गिरने की संभावना बढ़ जाती है, इसके अलावा बारिश से भीगे बालों का केयर नहीं करने से इसका चमकीलापन प्रभावित होता है.