बढ़ती उम्र के साथ त्वचा में ढीलापन, अथवा झुर्रियां आने लगती हैं. वस्तुतः हमारे शरीर में कुछ फंक्शन त्वचा में झुर्रियां लाने की मुख्य वजह होती हैं. त्वचा में शिथिलता एक प्राकृतिक प्रक्रिया है. लेकिन हम इसे थोड़ा सा उपाय करके कम कर सकते हैं. इनके इस्तेमाल से त्वचा खिली-खिली सी रहती है, साथ ही किसी तरह का साइड इफेक्ट भी नहीं होता. आज हम बात करेंगे, कि कुछ एक उपाय कर आप अपनी त्वचा को कसाव युक्त एवं चमकदार बनाकर बढ़ती उम्र में भी जैसे खिले-खिले दिख सकते हैं. लेकिन पहले जानने की कोशिश करेंगे कि त्वचा पर झुर्रियां आती कैसे हैं.
क्यों पड़ती हैं झुर्रियां?
उम्र के साथ त्वचा ढीली होने के पीछे कई कारण होते हैं. बढ़ती उम्र में बुढ़ापा आना विभिन्न व्यक्तियों में भिन्न-भिन्न कारण हो सकते हैं. उदाहरणार्थ इलास्टिन. यह एक प्रोटीन है, जो त्वचा को लचीला बनाता है, बढ़ती उम्र के साथ इलास्टिन की मात्रा कम होती है, जिससे त्वचा अपना लचीलापन खोने लगती है. दूसरी वजह, त्वचा में स्थित कोलेजन त्वचा में कसाव लाने का कार्य करती है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, कोलेजन की मात्रा घटती है. तीसरी वजह है, त्वचा के नीचे कम होती वसा, जिससे चेहरे में शिथिलता आती है, और नर्म सेल्स बढ़ते हैं, जो झुर्रियों के मुख्य कारक होते हैं. चौथी वजह गुरुत्वाकर्षण है, गुरुत्वाकर्षण के कारण त्वचा के नीचे की वसा त्वचा से डिसप्लेस्ड हो जाती है, जिससे चेहरे पर झुर्रियां दिखती है.
चेहरे पर झुर्रियों की एक प्रमुख वजह बाहरी वातावरण भी होता है. बढ़ती उम्र में सूर्य के संपर्क में आने से त्वचा को नुकसान पहुंचता है. इससे असामान्य प्रकार के इलास्टिन पैदा होते हैं, जिससे वांछित लोचकता नहीं उत्पन्न होती, जैसा युवाओं में होता है. सूर्य के संपर्क में आने से त्वचा में नुकसान से चेहरे पर झुर्रियां पड़ती हैं. इसके अलावा धूम्रपान, प्रदूषण, अपौष्टिक आहार, ड्रिंक एवं सूर्य की यूवी विकिरण से भी त्वचा पर विपरीत अच्छा पड़ता है. यह भी पढ़ें : पति का सेक्सड्राइव में साथ नहीं दे सकी तो पति की खुशी के लिए अपने जैसी दिखने वाली सेक्स डॉल ले आई पत्नी! जानें क्या हुआ इसका नतीजा?
इन सबके बावजूद आप चाहें तो अपने बुढ़ापे पर लगाम लगा सकते हैं. जाने कैसे...
आर्गन तेल
आमतौर पर आर्गन तेल का उपयोग बालों और स्किन के केयर के लिए किया जाता है. इससे त्वचा का हाइड्रेशन और लचीलेपन में सुधार करता है, जिससे त्वचा युवा एवं कोमल बनती है.
विटामिन ई कैप्सूल
त्वचा को स्वस्थ, चमकदार और दृढ़ बनाए रखने के लिए विटामिन ई बहुत महत्वपूर्ण होता है. विटामिन ई कैप्सूल के मुंह को तोड़कर उसमें तेल जैसे पदार्थ को निकालें और अपने चेहरे पर लगाकर 15 से 20 मिनट तक मसाज करें. अगले दिन चेहरे को स्वच्छ जल से धो लें. चेहरे पर खिंचाव आप भी महसूस करेंगे.
केला नींबू का पेस्ट
केला में में आयरन, जंग और विटामिन ए, बी, सी और डी प्रचुर मात्रा में होता है. एक फ्रेश एवं पके हुए केले का छिलका निकाले. इसमें कुछ बूंदें नींबू का रस मिलाकर मसल के लेप बना लें. प्रातःकाल नाश्ते के बाद इस लेप को चेहरे एवं गर्दन पर लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर सादे जल से चेहरा धो लें. चेहरे पर ग्लो बना रहेगा.
चिकनी मिट्टी का मास्क
चिकनी भूरी मिट्टी का मास्क त्वचा की ताजगी को बरकरार रखता है. चिकनी मिट्टी के बारीक पाउडर में थोड़ा सा दूध का पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें, चाहे तो थोड़ा पानी भी मिला सकते हैं. इसे पूरे चेहरे और बांहों पर लगायें. 20 मिनट बाद पानी से धो लें. काली चिकनी मिट्टी चेहरे पर जमी अशुद्धियों को एब्जॉर्ब करते हैं और त्वचा के रोम छिद्रों को टाइट और चिकना रखते है.
एलोवेरा जेल
एक फ्रेश एलोवेरा लेकर उसके ऊपर की छिलके को चाकू से सावधानी से लंबवत आकार में काटें. स्नान से आधे घंटे पहले एलोवेरा के गूदे वाले हिस्से को चेहरे पर एवं बाहों की खुली जगहों पर मसलें और आधे घंटे के लिए छोड़ दें. स्नान करते वक्त चेहरे और बाहों को अच्छी तरह धो लें. दरअसल एलोवेरा कोलेजन एवं हाइलूरोनिक एसिड के उत्पादन को उत्तेजित करता है, जिससे झुर्रियां नहीं पड़ती, और त्वचा चमकदार होता है.