Cluster Headache Awareness Day 2019: सिरदर्द (Headache) एक ऐसी समस्या है जिससे सिर्फ भारत के लोग ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में अधिकांश लोग पीड़ित नजर आते हैं. वैसे तो क्लस्टर सिरदर्द (Cluster Headache) को सिरदर्द के प्रकारों में से एक माना जाता है, लेकिन इसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं. क्लस्टर सिरदर्द के बारे में दुनिया के ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जा सके, इसलिए हर साल 21 मार्च को क्लस्टर सिरदर्द जागरूकता दिवस (Cluster Headache Awareness Day) के तौर पर मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने की शुरुआत 21 मार्च साल 2016 में हुई थी. इस दिवस को मनाने का मकसद क्लस्टर सिरदर्द के प्रति लोगों को जागरूक बनाना है.
आखिर क्या है क्लस्टर सिरदर्द? (Cluster Headache) इसके लक्षण, कारण और बचाव के क्या उपाय हैं? चलिए विस्तार से जानते हैं.
क्या है क्लस्टर सिरदर्द?
क्लस्टर सिरदर्द एक ऐसी समस्या है जो पीड़ित व्यक्ति को दिन में कई बार हो सकता है. हालांकि यह बहुत कम अवधि के लिए होता है, लेकिन इसका दर्द असहनीय होता है. क्लस्टर सिरदर्द सिर्फ सिर के एक हिस्से को प्रभावित कर सकता है और दर्द आमतौर पर आंखों के चारों ओर महसूस किया जाता है. यह भी पढ़ें: International Day of Happiness 2019: अच्छी हेल्थ के लिए जरूरी है खुश रहना, जानिए क्यों मनाया जाता है इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस
क्लस्टर सिरदर्द दिन में किसी भी वक्त हो सकता है, लेकिन माना यह जाता है कि यह खासतौर पर वसंत के महीनों या मौसमी परिवर्तनों के दौरान होता है. सिरदर्द की यह समस्या कई दिन या महीनों तक व्यक्ति का पीछा नहीं छोड़ती है.
हालांकि यह समस्या 1,000 लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति को प्रभावित करती है और महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को इस समस्या का खतरा ज्यादा होता है. इससे पीड़ित व्यक्ति एक दिन में तीन बार असहनीय सिरदर्द महसूस कर सकता है.
क्या इसका कारण?
क्लस्टर सिरदर्द किस वजह से होता है इसका कारण पूरी तरह से समझ पाना मुश्किल है, लेकिन कुछ न्यूरोलॉजिस्ट का मानना है कि हाइपोथैलेमस में अधिक गतिविधि की वजह से यह समस्या हो सकती है. हाइपोथैलेमस मस्तिष्क का एक हिस्सा है जो शरीर के तापमान, भूख और प्यास को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके अलावा इस समस्या के और भी कई कारण हो सकते हैं.
- बढ़ती उम्र
- धूम्रपान करना
- शराब पीना
- आनुवांशिक कारण
- नींद की कमी
- एलर्जी की समस्या
- नींद के पैटर्न में बदलाव
- खान-पान में गड़बड़ी
- मासिक धर्म के चक्र में उतार-चढ़ाव
- बर्थ कंट्रोल पिल्स
सामान्य लक्षण-
क्लस्टर सिरदर्द की समस्या से पीड़ित व्यक्ति में कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं जैसे-
- सिर में एक तरफ असहनीय दर्द
- आंखों के आसपास दर्द और बेचैनी
- माथे या चेहरे पर पसीना
- प्रभावित हिस्से में आंखों के चारों ओर सूजन
- चेहरे पर पीलापन और नाक बहने की समस्या
- दर्द से आंखों की पलकों का भारी होना यह भी पढ़ें: World Sparrow Day 2019: विश्व गौरैया दिवस आज, इस नन्ही चिड़िया के अस्तित्व को बचाना दुनिया के लिए एक बड़ी चुनौती
कैसे करें बचाव?
अगर आपके भीतर क्लस्टर सिरदर्द के कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो फौरन किसी अच्छे न्यूरोलॉजिस्ट से मिलें और अपना इलाज कराएं. इसके अलावा क्लस्टर सिरदर्द बढ़ाने वाली चीजों से बचने की कोशिश करें. आप अपने लाइफस्टाइल और डायट में बदलाव करके भी इस समस्या को काफी हद तक कम कर सकते हैं. क्लस्टर सिरदर्द की समस्या से बचने के लिए स्मोकिंग और शराब का सेवन करने से बचें. इसके साथ ही क्लस्टर सिरदर्द को ट्रिगर करने वाले खाद्य पदार्थों से बचें.
नोट- इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए और लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं, इसलिए लेख में दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.