बागवानी से घर ही नहीं सेहत भी होती है हरी-भरी, जानें गार्डनिंग से होने वाले कमाल के फायदे
बागवानी (Photo Credits: Pixabay)

Benefits of Gardening: प्रकृति प्रेमियों (Nature Lovers) के लिए हरियाली और हरे-भरे पेड़ पौधे कितने अहमियत रखते हैं, इस बात को उनसे बेहतर भला और कौन जान सकता है. यही वजह है कि ऐसे लोग जहां भी रहते हैं वहां गार्डनिंग यानी बागवानी (Gardening) करके आसपास के वातावरण को हरियाली (Greenery) से भरपूर बनाने की पूरी कोशिश करते हैं. हालांकि कई लोग शौकिया तौर पर भी अपने घर या गार्डन में बागवानी करते हैं, जबकि कई लोग बागवानी करने से दूर ही भागते हैं, क्योंकि उन्हें ये काम जी के जंजाल से कम नहीं लगता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गार्डनिंग न सिर्फ आपके घर, गार्डन या आसपास के वातावरण को ही हरा-भरा नहीं बनाता, बल्कि इससे सेहत को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने में भी मदद मिलती है.

कई शोधों में भी यह बात सामने आई है कि बागवानी करने वाले लोगों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य (Physical and Mental Health), बागवानी न करने वालों की तुलना में ज्यादा बेहतर होता है. जी हां, अपने डेली रूटीन से आधा घंटा गार्डनिंग के लिए निकालकर आप अपने घर की बगिया की खूबसूरती को निखारने के साथ-साथ अपने तन और मन को भी तरोताजा कर सकते हैं. चलिए एक नजर डालते हैं बागवानी यानी गार्डनिंग से होने वाले कमाल के फायदों पर (Amazing Health Benefits of Gardening)...

1- तनाव दूर करने में मददगार

कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि बागवानी करने वाले लोग दूसरों की अपेक्षा ज्यादा तनाव मुक्त रहते हैं यानी बागवानी तनाव को दूर करने का एक अच्छा विकल्प हो सकता है. दरअसल, बागवानी करने से व्यक्ति रिलैक्स्ड होता है और उसका इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है. गार्डनिंग करने वालों में कॉर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) का स्तर कम होता है, जिससे तनाव दूर करने में मदद मिलती है. यह भी पढें: सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं ये पेड़-पौधे, कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है इनका इस्तेमाल

2- होती है पूरे शरीर की एक्सरसाइज

अगर आप फिट रहने के लिए एक्सरसाइज नहीं करते हैं तो फिर बागवानी करने की आदत डाल लीजिए, क्योंकि बागवानी करने से पूरे शरीर की एक्सरसाइज हो जाती है और यह फिट रहने का एक हेल्दी तरीका भी है. दरअसल, बागवानी करते समय शरीर की सभी मांसपेशियां एक्टिव हो जाती हैं. गार्डनिंग के दौरान खुदाई, गुड़ाई, सिंचाई जैसी गतिविधियों के चलते शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और इससे दिल की सेहत भी अच्छी बनी रहती है.

3- कई बीमारियों का खतरा करे दूर

बागवानी करने से शरीर चुस्त-दुरुस्त रहता है और कई बीमारियों का खतरा भी दूर होता है. गार्डनिंग के दौरान की जानेवाली गतिविधियों से शरीर के फैट को कम करने में मदद मिलती है और इसके जरिए आसानी से वजन को कंट्रोल किया जा सकता है. इतना ही नहीं इससे कोलेस्ट्रोल, ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों के जोखिम को भी कम किया जा सकता है.

4- मानसिक शांति का होता है एहसास

गार्डनिंग के दौरान गार्डन की सफाई करके आप आसानी से अपनी कैलोरी बर्न कर सकते हैं. इससे प्रकृति के करीब रहने का मौका मिलता है और हरियाली देखकर मानसिक शांति का एहसास होता है. इतना ही नहीं गार्डनिंग से बॉडी में हैप्पी हार्मोन का स्तर भी बढ़ता है. दरअसल, गार्डन की धूल-मिट्टी में एंटी-डिप्रेसेंट पाया जाता है, जिससे सेरोटोनिन (हैप्पी हार्मोन) का स्तर बढ़ता है, जो खुशहाली बढ़ाने में मदद करता है. यह भी पढ़ें: दिन ही नहीं रात में भी ऑक्सीजन देते हैं ये 5 पौधे, सेहत और पर्यावरण के लिए इन्हें माना जाता है लाभदायक

5- याद रखने की क्षमता में इजाफा

गार्डनिंग करने से याददाश्त को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है, दरअसल, 3,000 वयस्कों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि गार्डनिंग यानी बागवानी करने वाले लोगों को भूलने की बीमारी का खतरा अन्य लोगों की तुलना में 36 फीसदी तक कम होता है. गार्डनिंग के दौरान की जानेवाली गतिविधियां दिमाग को एक्टिव बनाए रखने में मदद करती हैं, जिससे दिमाग की कार्यक्षमता और याद रखने की क्षमता में इजाफा होता है.

बहरहाल, गार्डनिंग की सबसे अच्छी बात है कि इसे किसी भी उम्र के लोग कर सकते हैं. जब हम अपने हाथों से रोपे गए पौधों को बढ़ते हुए, उनमें फूल या फल लगते देखते हैं तो मन को संतुष्टि का एहसास होता है. इसके अलावा गार्डनिंग करने वाले लोग अपने हाथों से फल और सब्जियां उगाकर दूसरों की अपेक्षा ज्यादा हेल्दी चीजें खाते हैं.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स  पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.