शरीर में नजर आने वाले लक्षणों (Symptoms) पर गौर करके किसी भी स्वास्थ्य समस्या (Health Problems) का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है. खासकर बारिश के मौसम (Rainy Season) में शरीर में नजर आनेवाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. बारिश के मौसम में कई बीमारियों का खतरा सताता है, इन मौसमी बीमारियों में से एक है टाइफाइड (Typhoid). यह एक ऐसी बीमारी है जो साल्मोनेला टाइफीमुरियम बैक्टीरिया के कारण होती है. यह बैक्टीरिया व्यक्ति के रक्त प्रवाह और आंत में रहता है. यह बीमारी साल्मोनेला टाइफीमुरियम से संक्रमित व्यक्ति के मल के जरिए फैलता है. अगर समय रहते इसका इलाज नहीं कराया गया तो यह जानलेवा साबित हो सकता है.
इस बीमारी के बैक्टीरिया मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं और व्यक्ति की आंत में 1-3 हफ्ते तक रहते हैं. इसके बाद यह धीरे-धीरे संक्रमित व्यक्ति के रक्त प्रवाह के जरिए उसके शरीर के अन्य टिश्यू और अंगों में फैलते हैं. हालांकि समय रहते इसके लक्षणों को पहचान कर इलाज कराकर मरीज स्वस्थ हो सकता है.
टाइफाइड के 5 सामान्य लक्षण
1- टाइफाइड होने पर मरीज के सिर और पेट में लगातार दर्द की शिकायत होती है.
2- शारीरिक कमजोरी और ऊर्जा की कमी महसूस होना इसका लक्षण हो सकता है.
3- मरीज को ठंड लगना, तेज बुखार और त्वचा में रेशेस होना इसका संकेत हो सकता है.
4- टाइफाइड के मरीजों की भूख कम हो जाती है या फिर उन्हें भूख नहीं लगती है.
5- मरीज को उल्टी, दस्त, पसीना आना और गले में खराश आदि होना टाइफाइड के लक्षण हो सकते हैं. यह भी पढ़ें: मानसून में इन बीमारियों का खतरा होता है सबसे ज्यादा, ऐसे रखें अपनी सेहत का ख्याल
सावधानियां-
- बोतल बंद पानी या फिर उबला हुआ पानी पीएं.
- ताजा और घर का बना हुआ खाना खाएं.
- सड़क के किनारे मिलनेवाले अनहेल्दी फूड्स से बचें.
- बारिश में हमेशा फलों को अच्छे से धोकर और छील कर खाएं.
- साफ-सफाई का उचित तरह से ख्याल रखें.
गौरतलब है कि अगर किसी मरीज में इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें इन लक्षणों की गंभीरता को समझते हुए फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि समय रहते इलाज कराकर आप इस बीमारी से खुद को बचा सकते हैं.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.