दुनिया भर के मुसलमान रमजान के दौरान खजूर खाकर रोजा तोड़ते हैं, क्योंकि इसे खाने के लिए पैगंबर द्वारा निर्देश दिए गए थे. खजूर में भारी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं. खजूर में कार्बोहाइड्रेट और शर्करा सबसे अधिक योगदान मात्रा में होता है, इसलिए दिन भर रोजा रखने के बाद इंस्टेंट एनर्जी और पोषण के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक बनाता है. खाजूर भी विभिन्न प्रकार के पाए जाते हैं, जिनके न सिर्फ स्वाद, आकार, बनावट बल्कि उनके पोषण गुणों में भी भिन्नता है. चूंकि कार्बोहाइड्रेट और शुगर खजूर की प्रमुख पोषण प्रोफ़ाइल है, इसलिए इसे एक नजर में पहचानने में सक्षम होना सबसे अच्छा है. आपको पता होना चाहिए कि सभी खजूर पोषक तत्वों का एक बड़ा स्रोत हैं, इससे बहुत सारे स्वास्थ लाभ मिलते हैं. यह भी पढ़ें: Health Benefits of Triphala: आयुर्वेदिक जड़ी बूटी त्रिफला के सेवन से होते हैं ये चमत्कारिक स्वास्थ लाभ
चूंकि खजूर सूखे फल होते हैं, वे अन्य ताजे फलों की तुलना में कैलोरी में काफी अधिक होते हैं और इसलिए किसी को यह ध्यान रखना चाहिए कि इनका सेवन मध्यम मात्रा में किया जाना चाहिए. हालांकि खजूर में अधिकांश कैलोरी कार्बोहाइड्रेट और चीनी से आती है, इनमें कुछ महत्वपूर्ण विटामिन, खनिज और फाइबर की एक महत्वपूर्ण मात्रा भी होती है.
डायटरी फाइबर (Dietary fiber) की बात करें तो, 100 ग्राम खजूर में औसतन 7 ग्राम से 9 ग्राम तक डायटरी फाइबर होता है जो 100 ग्राम पालक की तुलना में लगभग चार गुना होता है, और 100 ग्राम में आम की तुलना में लगभग पांच गुना होता है.
डायटरी फाइबर हमारे आंत (Gut ) के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं, यह रक्त शर्करा को नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं, ये आसानी से मल त्यागने में मदद करते हैं.
खजूर में फ्लेवोनोइड(Flavonoids) नाम का शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant) हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं और मधुमेह, अल्जाइमर (Alzheimer) रोग और कुछ प्रकार के कैंसर केजोखिम को कम करने में मदद करते हैं.
खजूर में मौजूद कैरोटीनॉयड (Carotenoids) दिल के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और आंखों से संबंधित विकारों के जोखिम को भी कम करता है.
खजूर में फेनोलिक एसिड (Phenolic acids) एंटीबैक्टेरियल गुणों के लिए जाना जाता है और कुछ प्रकार के कैंसर और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में भी मदद करता है.
खजूर में फास्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम पाए जाते है जो हड्डियों से संबंधित बीमारी जैसे ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी मजबूत बनाने के लिए जाते हैं.
खजूर में फ्रक्टोज (Fructose) एक प्राकृतिक शर्करा होती है, जिसका इस्तेमाल सफेद चीनी की जगह एक स्वस्थ विकल्प के रूप में होता है. इसमें मौजूद पोषक तत्वों, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट के कारण ये फायदेमंद होता है.
- सफवी / कलमी (Safawi/Kalmi )
- अजवा (Ajwa)
- सुकरी (Sukkary)
- मबरूम (Mabroom)
- खुदरी (Khudri)
- सगई (Sagai)
सफवी डेट्स: Safawi उर्फ Kalmi Dates सबसे अधिक खपत और आसानी से उपलब्ध किस्मों में से एक है. ये गहरे भूरे रंग के होते हैं और इस एक खजूर का वजन लगभग 100 ग्राम होता है. इस खजूर के 7 पीसेस खाने से आपको लगभग 400 कैलोरी मिलती है, जिसमें से लगभग 93 प्रतिशत कार्ब्स होते हैं.
कौन खा सकते हैं: वजन बढ़ाने वाले सफवी खजूर खाएं.
ये लोग नहीं खा सकते: मोटे, मधुमेह के रोगियों और वो लोग जो कैलोरी नहीं बढ़ाना चाहते हैं.
अजवा खजूर: अजवा खजूर का रंग काला होता है और इसे सभी खजूरों का राजा भी कहा जाता है, ये आमतौर पर विभिन्न आकारों में उपलब्ध होते हैं (आकार बड़ा होने पर कीमत बढ़ जाती है) छोटे से मध्यम तक के 12 पीसेस लगभग 100 ग्राम होते हैं. सभी खजूरों में अजवा में किसी भी अन्य प्रकार के खजूर की तुलना में आयरन की मात्रा सबसे अधिक होती है. इसमें 700mg पोटैशियम भी पाया जाता है जो किसी भी अन्य प्रकार के खजूर की तुलना में पोटेशियम की सबसे अधिक मात्रा है. इसमें विटामिन डी की भी बेहतर मात्रा होती है. कुल मिलाकर अजवा खजूर सभी खजूरों की तुलना में पोषक तत्वों के मामले में सबसे अच्छा है.
कौन खा सकते हैं: एनीमिया, कब्ज वाले लोगों के लिए बेहतर है
ये लोग नहीं खा सकते: पॉलीसिथेमिया से पीड़ित लोग
सुकरी खजूर: सुकरी खजूर सऊदी अरब में सबसे अधिक खपत की जाने वाली खजूर में से एक है. इसमें प्रति 100 ग्राम खजूर में केवल 329 ग्राम कैलोरी पायी जाती है. इसमें प्रति 100 ग्राम में 9 ग्राम फाइबर पाया जाता है जो उच्चतम स्रोत है. अन्य खजूर की तुलना में इसमें सबसे अधिक कैल्शियम. अजवा के बाद इसमें पोटेशियम की सबसे अधिक मात्रा पायी जाती है.
कौन खा सकते हैं: कब्ज, कैल्शियम की कमी, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले रोगी.
ये लोग नहीं खा सकते: गुर्दे की समस्याओं और हाइपरलकसीमिया वाले लोग
मबरूम खजूर: मबरूम खजूर में डायटरी फाइबर के कैलोरी 9ग्राम कम होता है जो उन्हें फाइबर का सबसे समृद्ध स्रोत बनाता है और इसमें अच्छी मात्रा में कैल्शियम होता है.
कौन खा सकते हैं: कब्ज, कैल्शियम की कमी, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले लोग.
ये लोग नहीं खा सकते: हाइपरलकसीमिया वाले रोगी
खुदरी खजूर: खुदरी खजूर में कैलोरी और सोडियम कम होता है, 100 ग्राम खजूर में 7 खजूर आते हैं. कौन खा सकते हैं: वजन घटाने वाले लोगों के लिए (राशि 1½ आपके आहार विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित) ये लोग नहीं खा सकते: जिन लोगों का वजन बढ़ रहा है.
सगई खजूर: सगई खजूर डबल शेड में आते हैं, इनके सिर पर पीले रंग की टोपी होती है. इसमें कैल्शियम और पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है.
कौन खा सकते हैं: कैल्शियम की कमी या गठिया के रोगियों के लिए
ये लोग नहीं खा सकते: हाइपरलकसेमिया वाले रोगी.
नोट- इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए और लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं, इसलिए लेख में दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.