पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ट्वीट कर उन पर लगाए गए आरोपों पर स्पष्टीकरण दिया है. उथप्पा ने कहा कि उनका तीन कंपनियों - स्ट्रॉबेरी लेंसेरिया प्राइवेट लिमिटेड, सेंटॉरस लाइफस्टाइल ब्रांड्स प्राइवेट लिमिटेड और बेरीज़ फैशन हाउस - से कोई सीधा जुड़ाव नहीं था.
उथप्पा ने 2018-19 में इन कंपनियों में वित्तीय योगदान के रूप में लोन दिया था, जिसके बदले उन्हें डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें इन कंपनियों में कोई कार्यकारी भूमिका नहीं थी और न ही वे दिन-प्रतिदिन के संचालन में शामिल थे. उनका कहना था, "मुझे पेशेवर क्रिकेट, टीवी प्रस्तुतकर्ता और कमेंटेटर के रूप में अपनी व्यस्तताओं के कारण इन कंपनियों के कार्यों में भाग लेने का समय या विशेषज्ञता नहीं थी."
पूर्व क्रिकेटर ने बताया कि इन कंपनियों ने उन्हें जो ऋण दिया था, वह चुकता नहीं किया गया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी, जो वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है. उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने कई साल पहले इन कंपनियों से अपने डायरेक्टर्स पद से इस्तीफा दे दिया था.
Former Indian Cricketer Robin Uthappa tweets "...I did not have an active executive role, nor was I involved in the day-to-day operations of the businesses...Neither did I have the time nor expertise to participate in their operations. I do not play an executive role in any other… https://t.co/ADBNRqf7ns pic.twitter.com/wgH1Q22dq1
— ANI (@ANI) December 22, 2024
रॉबिन उथप्पा ने यह भी स्पष्ट किया कि जब प्रोविडेंट फंड (PF) प्राधिकरण ने बकाया भुगतान को लेकर नोटिस जारी किए, तब उनके कानूनी टीम ने यह सुनिश्चित किया कि उन्होंने इन कंपनियों में कोई भूमिका नहीं निभाई है और कंपनियों द्वारा प्रदान किए गए दस्तावेजों में इस बात का प्रमाण भी दिया गया. इसके बावजूद, PF प्राधिकरण ने मामले को आगे बढ़ाया, और उथप्पा के कानूनी सलाहकार इस मामले को शीघ्र सुलझाने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं.
रॉबिन उथप्पा ने मीडिया से अपील की है कि वे इस मामले से जुड़े तथ्यों की पूरी जानकारी प्रस्तुत करें और जो भी जानकारी साझा की जा रही है, उसकी सत्यता की जांच करें.
पूर्व क्रिकेटर का यह स्पष्टीकरण उनके खिलाफ चल रहे विवाद को लेकर उनके पक्ष को स्पष्ट करता है, और यह भी बताता है कि वह किसी भी प्रकार की अनियमितता में शामिल नहीं थे.