Telangana Formation Day 2023: कब है तेलंगाना स्थापना दिवस? जानें इतिहास, सेलिब्रेशन और कुछ रोचक फैक्ट!
तेलुगू भाषियों द्वारा भाषाई आधार पर एक अलग प्रदेश की लंबी मांग एवं प्रदर्शनों के औचित्य को समझते हुए 2 जून को तेलंगाना राज्य की स्थापना की गई थी.
Telangana Formation Day 2023: तेलुगू भाषियों द्वारा भाषाई आधार पर एक अलग प्रदेश की लंबी मांग एवं प्रदर्शनों के औचित्य को समझते हुए 2 जून को तेलंगाना राज्य की स्थापना की गई थी. तेलंगाना स्थापना दिवस तेलुगू भाषियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण एवं गौरवशाली दिवस है. तेलंगाना स्थापना दिवस के अवसर पर तेलुगू भाषी अपनी अति प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को याद करते हैं, अपनी लोक संस्कृति, रीति-रिवाजों, परंपराओं को याद कर गौरवान्वित होते हैं. World Bicycle Day 2023: कब और क्यों मनाया जाता है विश्व साइकिल दिवस? जानें इसका इतिहास, महत्व एवं कुछ रोचक तथ्य!
इस दिन संपूर्ण तेलंगाना राज्य में विभिन्न किस्म के सांस्कृतिक उत्सव, प्रदर्शनियां, लघुनाटिकाओं, नृत्य, संगीत आदि का आयोजन किया जाता है. आइये जानते हैं इस दिवस विशेष का इतिहास, महत्व एवं सेलिब्रेशन आदि के बारे में कुछ रोचक जानकारियां...
तेलंगाना स्थापना दिवस का इतिहास!
1947 में आजाद भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने हैदराबाद के अंतिम निजाम उस्मान अली से केंद्र सरकार में समाहित होने का निवेदन किया था. निजाम द्वारा इंकार करने पर भारत सरकार ने भारतीय सेना को हैदराबाद रवाना किया. 17 सितंबर 1948 को सेना ने हैदराबाद पर कब्जा कर लिया. साल 1950 आते-आते एक स्वतंत्र तेलंगाना राज्य की मांग होने लगी. तेलंगाना में मुख्य रूप से तेलुगु भाषा बोली जाती है.
तेलुगु के ‘अंगाना’ शब्द से ‘तेलंगाना’ शब्द अस्तित्व में आया. 2013 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तेलंगाना राज्य स्थापना की सहमति दी और फरवरी 2014 तक तेलंगाना से जुड़े स्टेटहुड बिल को राज्यसभा और लोकसभा में सर्वसम्मति से पास किया गया. अप्रैल 2014 में हुए चुनावों में तेलंगाना राष्ट्र समिति 119 में से 63 सीट जीतकर सत्ता में आया. के चंद्रशेखर राव तेलंगाना के पहले मुख्यमंत्री बनाये गये. इस तरह तेलंगाना को 2 जून 2014 को देश के 29 वें राज्य के रूप में मान्यता दी गई.
ऐसे करते हैं सेलिब्रेशन तेलंगाना स्थापना दिवस का!
तेलंगाना स्थापना दिवस यहां के नागरिकों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है. इस बात को ध्यान में रखते हुए इस दिन राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक अवकाश रहता है. इस दिन जगह-जगह विभिन्न सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें भारी संख्या में लोग भाग लेते हैं. अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य करने वालों को राज्य सरकार द्वारा स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया जाता है. इस अवसर पर तेलंगना के कई होटलों एवं रेस्टोरेंट में विभिन्न तरीके से फूड फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाता है.
तेलंगाना से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- कृष्णा और गोदावरी नदी के बीच स्थित तेलंगाना में 230 BC - 220 AD तक मुख्य रूप से सातवाहनों का राज्य था.
- 1309 AD में अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति मलिक काफूर ने यहां पर हमला करके इन्हें अपने राज्य में मिला लिया था.
- साल 1724 से 1948 के दरम्यान तेलंगाना के निजाम, 'तेलंगाना' शब्द का इस्तेमाल करते थे. ऐसा करने के पीछे मुख्य वजह अपने क्षेत्र के मराठी बोलने वाले राज्यों और तेलंगाना के बीच का अंतर दर्शाते थे.
- 1799 में निजाम-उल-मुल्क-असिफ जह ने तेलंगाना पर कब्जा कर हैदराबाद को अपने साम्राज्य की राजधानी बनाया. इसके बाद निजाम ने अंग्रेजी हुकूमत के साथ समझौता कर आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के तटवर्ती इलाकों को अंग्रेजों को सौंप दिया.