Swami Vivekananda Jayanti 2019: स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) का नाम भारत की ऐसी महान शख्सियतों में शुमार है, जिन्होंने देश और समाज को एक नई दिशा प्रदान की. भारत के नैतिक और जीवन के मूल्यों से पूरी दुनिया को रूबरू कराने का सारा श्रेय भी इन्हीं को जाता है. नरेंद्रनाथ दत्त यानी स्वामी विवेकानंद को हिंदू धर्म (Hindu Religion) के मुख्य प्रचारक के तौर पर जाना जाता है. उन्होंने साल 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुई विश्व धर्म परिषद में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जहां उन्होंने भाषण के दौरान दुनिया भर के अलग-अलग धर्मों के विद्वानों के सामने वेदांत का ऐसा ज्ञान दिया था कि वहां मौजूद लोग तालियां बजाने पर मजबूर हो गए और भारतीयों का सिर गर्व से ऊंचा हो गया.
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था. जन्म के बाद उनका नाम नरेंद्रनाथ दत्त (Narendranath Dutt) रखा गया था, बाद में खेत्री के महाराजा अजित सिंह ने उन्हें स्वामी विवेकानंद नाम दिया. अपने महान विचारों, कर्मों और आचरण से समाज का कल्याण करने वाले स्वामी विवेकानंद की 156वीं जयंती मनाई जा रही है. इस बेहद खास मौके पर हम आपको रूबरू कराते हैं उनके 10 ऐसे प्रेरणादायी अनमोल विचारों (Inspirational Thoughts) से जो आपके जीवन में नई ऊर्जा भर देंगे.
स्वामी विवेकानंद के 10 प्रेरणादायी विचार-
1- किसी भी कार्य को करने के लिए तुरंत उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य हासिल न हो जाए.
2- एक वक्त में एक ही काम करो, ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब भूल जाओ.
3- दूसरों की तुलना में स्वयं को कमजोर और छोटा समझना दुनिया का सबसे बड़ा पाप है.
4- भगवान सिर्फ उन लोगों की मदद करते हैं जो लोग अपनी सहायता खुद करते हैं.
5- जिस दिन आपके सामने कोई समस्या न आए, उस दिन आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर हैं.
6- किसी चीज से डरने की बजाय निडर होकर अपना काम करो तो वही काम हमें परम आनंद का बोध कराता है.
7- उन चीजों को तुरंत त्याग देना चाहिए जो हमें शारीरिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप से कमजोर बनाती हैं.
8- सत्य को चाहे जितने भी तरीकों से बताने की कोशिश क्यों न की जाए, लेकिन सत्य हमेशा सत्य ही रहता है.
9- अगर तुम्हें खुद पर भरोसा नहीं है तो तुम सबसे बड़े नास्तिक हो और कभी ईश्वर को प्राप्त नहीं कर सकते.
10- खड़े हो जाओ, खुद में हिम्मत लाओ और सारी जिम्मेदारियों के लिए खुद जिम्मेदार बनो तो खुद आप अपने भाग्य के रचयिता बन सकते हैं.
दरअसल, दुनिया का हर इंसान किसी न किसी बात से प्रभावित होकर अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता है. ऐसे में स्वामी विवेकानंद जयंती के खास मौके पर उनके इन प्रेरणादायी अनमोल विचारों से प्रेरित होकर आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की पहल कर सकते हैं.