Shree Swami Samarth Prakat Din 2023 Greetings: स्वामी समर्थ जयंती प्रतिवर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष द्वितीया के दिन चैत्र माह में चंद्रमा के शुक्ल चरण के दूसरे दिन मनाई जाती है. स्वामी समर्थ और शिरडी साईं बाबा के जीवन के बीच कुछ उल्लेखनीय समानताएं हैं. स्वामी समर्थ ने इस जीवन काल के दौरान कई चमत्कार किए और उनके भक्त आज भी उनके चमत्कारों का अनुभव करते हैं. उनकी शिक्षाएं सरल हैं और उनके संपर्क में आने वाले आम लोगों को प्रेरित करती हैं. यह भी पढ़ें: Swami Samarth Prakatya Diwas 2023: किसके अवतार थे स्वामी समर्थ जी! जानें स्वामीजी के जीवन से जुड़े रोचक प्रसंग!
आज श्री स्वामी समर्थ महाराज का प्राकट्य दिवस है, जो हमेशा समर्पित भक्तों के साथ खड़े रहते हैं और वादा करते हैं "डरो मत..मैं तुम्हारे साथ हूं". चैत्र शुद्ध द्वितीय के दिन स्वामी समर्थ महाराज ने अक्कलकोट में प्रवेश किया. उन्हें श्रीपाद वल्लभ और नृसिंहसरस्वती के बाद भगवान श्रीदत्तात्रेय का तीसरा अवतार माना जाता है. अक्कलकोट में स्वामी समर्थ प्रकट होने से पहले, वे इधर-उधर घूमते रहे और मंगलवेध में आ गए, वहां उनका नाम हर जगह फ़ैल गया. वहां से सोलापुर और फिर अक्कलकोट आए.
स्वामी समर्थ प्रकट दिन 2023
स्वामी समर्थ प्रकट दिन की बधाई
स्वामी समर्थ प्रकट दिन शुभकामनाएं
स्वामी समर्थ प्रकट दिन की हार्दिक बधाई
स्वामी समर्थ प्रकट दिन की हार्दिक शुभकामनाएं
श्री स्वामी समर्थ पूर्ण ब्रह्म रूप में श्री दत्त महाराज के तीसरे अवतार हैं भक्तों ने जिस रूप में देखा, उसी रूप में उन्होंने दर्शन दिए हैं. किसी ने उन्हें श्री विथुमौली के रूप में, किसी ने श्री भगवान विष्णु के रूप में और किसी ने भगवती देवी के रूप में देखा. स्वामी महाराज जब पहली बार अक्कलकोट आए तो उन्होंने खुद को खंडोबा के मंदिर के कट्टे पर स्थापित कर लिया. उन्होंने अपने प्रवास के दौरान कई चमत्कार किए. उन्होंने राजा से लेकर रंकों तक बहुतों पर प्यार बरसाया. वहां से स्वामी ने पूरे देश का भ्रमण किया. अलग-अलग जगहों पर इन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता था.