श्रावण 2019: श्रावण मास के मंगलवार को हनुमान जी की विशेष साधना से दूर होंगे कष्ट! बढ़ेगी समृद्धि! जानें कैसे करें विशेष साधना
श्रावण मास (Photo Credits: Wikipedia)

अमूमन यही माना जाता है कि श्रावण मास में भगवान शिव और माता पार्वती जी की ही पूजा-अर्चना होती है. लेकिन कुछ ज्योतिषविदों का मानना है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए श्रावण मास में पड़ने वाले मंगलवार को हनुमान जी की पूजा-अनुष्ठान करने से भगवान शिव को विशेष प्रसन्नता होती है. उसकी वजह यही है कि हनुमान जी को भगवान शिव का ग्यारहवां अवतार माना जाता है. पंडित रवींद्र पाण्डेय बताते हैं कि अगर भगवान शिव के साथ-साथ हनुमान जी को भी प्रसन्न करना है तो श्रावण मास के मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा अवश्य करना चाहिए. ऐसा भी कहा जाता है कि श्रावण मास के मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढाने से हनुमान जी बहुत प्रसन्न होते हैं. आइये जानें हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए श्रावण मास के मंगलवार को हनुमान जी की पूजा-अर्चना किन विधियों से किया जाना फलदायी साबित होता है.

पंचोपचार पूजा-अर्चना.

श्रावण मास में आने वाले हर मंगलवार को शिव मंदिर में स्थापित हनुमान जी मूर्ति का पंचोपचार पद्धति से पूजा करनी चाहिए. मूर्ति के समक्ष चमेली के तेल का दीप प्रज्ज्वलित करें. खुशबूदार धूप अथवा अगरबत्ती जलाएं और सिंदूर, लाल फूल चढ़ा कर गुड़ का भोग लगाएं. सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर हनुमान मन इच्छित कामना के साथ चोला चढ़ाएं, साथ ही इस मंत्र का उच्चारण करें.

दिव्यनामसमुद्भुतं सर्वमंगलारकम्।

तैलाभ्यंगयिष्यामि सिन्दूरं गृह्यतां प्रभो।।

हनुमान जी पर चोला चढ़ाने के बाद शिवलिंग की भी पंचोपचार विधि से पूजा-अर्चना करें. गूगल की धूप जलाएंलाल कनेर का फूल चढ़ाएं. मिष्ठान का भोग लगाकर अंत में इस मंत्र का धीमे स्वर में उच्चारण करते हुए 108 रुद्राक्षों वाले माला से जाप करें. 

ॐ क्रीं योगपट्टाभिरामाय नमः शिवाय ।।

रूद्राक्षों की माला जपने के बाद शिवलिंग और हनुमान जी की कपूर से आरती करें. हनुमान जी पर जा सिंदूर चढ़ाया है उसी लेप से घर के मुख्य दरवाजे पर स्वस्तिक बनाएं. ऐसा करने से सफलता तो प्राप्त होती ही है साथ ही सारे संकटों का विनाश भी होता है. यह भी पढ़े-श्रावण 2019: सावन के चार सोमवार करें व्रत-अनुष्ठान! सुख-समृद्धि के साथ सेहत भी रहती है अच्छी

अभिमंत्रित बड़ का पत्ता दिलायेगा धन.

श्रावण के माह के किसी भी एक मंगलवार के दिन प्रातःकाल उठकर स्नान ध्यान करें. इसके पश्चात बड़ के वृक्ष से ताजे साफ पत्ते तोड़कर शुद्ध जल से पत्ते को धो लें. इस पत्ते को कुछ देर हनुमान जी के सामने चढ़ाकर उठा लें. अब इसी पत्ते पर केसर से श्रीराम लिखकर हनुमान जी का ध्यान करते हुए इसे अपने पर्स के भीतर सुरक्षित रख लें. आप पायेंगे कि आपका पर्स हमेशा मुद्राओं से भरा रहेगा. जब अगला श्रावण मास का मंगलवार आये तो इस पत्ते को किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करने के पश्चात इसी विधि से एक नया बड़ का पत्ता अपने पर्स में रख लें.

राम स्त्रोत के पाठ से दूर होंगी सारी समस्याएं

श्रावण मास में पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार के दिन पास के किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसी का पाठ करें. इसके पश्चात वहीं पालथी मारकर बैठें और राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें. पाठ पूरी होने के पश्चात हनुमानजी को गुड़ और चने का भोग लगाएं. अब हनुमान जी के सामने खड़े होकर मन ही मन प्रार्थना करें कि वह आपके जीवन की सारी समस्याओं को दूर करें. साथ ही मन में विश्वास रखें कि हनुमान जी ने आपकी सच्चे दिल से की गयी प्रार्थना सुन ली है.

निम्न विधि से पूजा करने से दूर होगी धन की समस्या

श्रावण माह के किसी भी मंगलवार के दिन स्नान-ध्यान कर साफ सुथरे वस्त्र पहनें. इसके पश्चात पास के हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें. अब चमेली के तेल युक्त दीप को प्रज्जवलित करें और चमेली का तेल और सिंदूर मिला चोला चढ़ाएं तथा हनुमान जी को लाल गुलाब की माला चढायें और हनुमान जी के दोनों कंधों पर केवड़े के इत्र छिड़काव करें. अब एक पान के ताजे पत्ते को धोकर उस पर गुड़ चना रखकर हनुमान जी का भोग लगाएं. ध्यान रहे पान का पत्ता कटा-फटा नही होना चाहिए. इसके पश्चात हनुमान जी के सामने बैठकर तुलसी की माला का जाप करते हुए इस मंत्र का पाठ करें.

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।

सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।

पूजा की पश्चात हनुमान जी को चढ़ाए गुलाब के फूल की कुछ पंखुड़ियां लेकर उस स्थान पर रखें जहां आप रुपया पैसा अथवा आभूषण रखते हैं. आपके घर आने वाले धन की बाधा समाप्त होगी. और आप समृद्धिशाली जीवन बिता सकेंगे.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को प्रचलित मान्यताओं के आधार पर सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है और यह लेखक की निजी राय है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.