Shivrajyabhishek Diwas 2023 Wishes: शिवराज्याभिषेक दिवस की इन हिंदी WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images, Wallpapers के जरिए दें शुभकामनाएं
शिवराज्याभिषेक दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

Shivrajyabhishek Diwas 2023 Wishes in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महाराष्ट्र (Maharashtra) के वीर योद्धा और महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) का राज्याभिषेक दिवस धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल आज यानी 1 जून 2023 को शिवराज्याभिषेक दिवस (Shivrajyabhishek Diwas) मनाया जा रहा है. मराठा साम्राज्य की नींव रखने वाले शूरवीर योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक उत्सव काफी भव्य, दिव्य और ऐतिहासिक था. सन 1674 में ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी तिथि को रायगढ़ के किले में शिवाजी महाराज (Shivaji Maharaj) का राज्याभिषेक हुआ था और इसी के साथ वे छत्रपति बन गए. मराठा साम्राज्य की नींव रखने के बाद उन्होंने अनुशासित सेना और सुसंगठित प्रशासनिक इकाइयों की मदद से एक योग्य और प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया.

महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक दिवस को न सिर्फ धूमधाम से मनाया जाता है, बल्कि इस अवसर पर कई भव्य कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है. इसके साथ ही लोग इस दिन की शुभकामना संदेशों के जरिए बधाई भी देते हैं. ऐसे में आप भी इस अवसर पर इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- शिवराज्याभिषेक दिवस की बधाई

शिवराज्याभिषेक दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

2- शिवाजी महाराज राज्याभिषेक दिवस

शिवराज्याभिषेक दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

3- शिवराज्याभिषेक दिवस की शुभकामनाएं

शिवराज्याभिषेक दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

4- हैप्पी शिवराज्याभिषेक दिवस

शिवराज्याभिषेक दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

5- शिवराज्याभिषेक दिवस  2023

शिवराज्याभिषेक दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि एक महान योद्धा और दयालु शासक (Maratha Emperor) के तौर पर इतिहास के पन्नों पर सुनहरे अक्षरों में अपनी वीरगाथा को दर्ज कराने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को शिवनेरी दुर्ग में हुआ था. उन्होंने बचपन में ही अपनी माता जीजाबाई से युद्ध कौशल और राजनीति की शिक्षा ग्रहण कर ली थी. उन्होंने अपने शासनकाल में गोरिल्ला युद्ध की नई शैली विकसित की थी. बहुत लोग उन्हें हिंदू हृदय सम्राट कहते हैं तो कई लोग उन्हें मराठा गौरव कहते हैं.