Sharad Purnima 2019: वैसे तो पूरे साल भर में 12 पूर्णिमा (Purnima) की तिथियां आती हैं और पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व भी बताया जाता है, लेकिन आश्विन महीने की पूर्णिमा बेहद खास मानी जाती है. पूर्णिमा की इस पावन तिथि को शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) और कोजागरी पूर्णिमा (Kojagari Purnima) के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि इसी दिन धन और ऐश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) का प्राकट्य हुआ था, इसलिए इस दिन उनकी विशेष-पूजा अर्चना करने का विधान है. कहा जाता है कि शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में देवी लक्ष्मी धरती पर विचरण करती हैं और रात्रि में जागने वाले भक्तों को धन-वैभव का आशीर्वाद देती हैं. इस व्रत को करने से दरिद्रता दूर होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
अगर आप शरद पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त करना चाहते हैं तो विधि-विधान से उनकी पूजा करें और पूजन के दौरान उन्हे उनके प्रिय भोग (Bhog) अर्पित करें. चलिए जानते हैं वो पांच चीजें, जिन्हें भोग स्वरूप अर्पित करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जीवन में खुशहाली आती है.
1- खीर
कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी को खीर अत्यंत प्रिय है, इसलिए उनकी प्रसन्नता प्राप्त करने के लिए शरद पूर्णिमा की रात उन्हें चावल की खीर का भोग लगाना चाहिए. इसके साथ ही इस खीर को चांदनी रात में खुले आसमान के नीचे रखना चाहिए और अगली सुबह प्रसाद स्वरूप खाना चाहिए. इससे धन-वैभव के साथ अच्छे आरोग्य की प्राप्ति होती है. यह भी पढ़ें: Sharad Purnima 2019: कब है शरद पूर्णिमा, इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा से आती है जीवन में सुख-समृद्धि, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
2- मखाना
शरद पूर्णिमा यानी कोजागरी पूर्णिमा को देवी लक्ष्मी की पूजा के दौरान उन्हें मखाने का भोग लगाना चाहिए. कहा जाता है कि मखाने का संबंध चंद्र देव है और चंद्रमा को देवी लक्ष्मी का भाई माना जाता है. इस दिन मखाने का भोग लगाने से माता लक्ष्मी के साथ चंद्र देव का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है.
3- बताशा
माता लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए शरद पूर्णिमी रात उन्हें बताशे का भोग लगाना चाहिए. बताशे का भोग लगाकर उसे प्रसाद स्वरूप दूसरों को देना चाहिए और स्वयं भी खाना चाहिए. शरद पूर्णिमा के अलावा दिवाली में लक्ष्मीपूजन के दौरान भी देवी लक्ष्मी को बताशे का भोग अर्पित किया जाता है. यह भी पढ़ें: Sharad Purnima 2019: शरद पूर्णिमा पर चांदनी रात में खीर खाने की है परंपरा, इससे सेहत को होते हैं ये कमाल के फायदे
4- पान
हिंदू धर्म में पूजा पाठ के दौरान देवी-देवताओं को पान चढ़ाया जाता है, क्योंकि इसे शुभ माना जाता है. पान को प्रसन्नता का कारक भी माना जाता है और देवी लक्ष्मी इससे प्रसन्न होती हैं, इसलिए शरद पूर्णिमा की रात लक्ष्मी जी की पूजा के दौरान उन्हें पान जरूर अर्पित करें.
5- सिंघाडा
जल में पैदा होने वाले सिंघाडे को देवी लक्ष्मी की प्रिय वस्तुओं में से एक माना जाता है. ऐसे में अगर आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की अभिलाषा रखते हैं तो शरद पूर्णिमा की रात देवी लक्ष्मी को सिंघाडे का भोग जरूर लगाएं. यह भी पढ़ें: Sharad Purnima 2019: शरद पूर्णिमा की रात श्रीकृष्ण ने रचाया था महारास, कामदेव की इस चुनौती से है संबंध
मान्यता है कि पूजन के दौरान देवी लक्ष्मी को उनकी प्रिय चीजें अर्पित करने से वे बेहद प्रसन्न होती हैं. खासकर, शरद पूर्णिमा का व्रत रखकर जो भक्त रात्रि जागरण करता है मां लक्ष्मी उन पर अपनी कृपा बरसाती हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को प्रचलित मान्यताओं के आधार पर सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.