Shaheedi Diwas 2024: हरियाणा में हर साल 23 सितंबर को वीर शहीदी दिवस (Shaheedi Diwas) मनाया जाता है. इस दिन राज्य में क्षेत्रीय सार्वजनिक अवकाश होता है. इस दिन, देश और हरियाणा की रक्षा के लिए खुद को बलिदान करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए शहीदी दिवस मनाया जाता है. भारत में शहीद दिवस देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने के लिए कई अवसरों पर मनाया जाता है जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. अंग्रेजों ने देश पर दो सौ साल तक शासन किया, देशवासियों पर आतंक, अत्याचार और आघात पहुँचाए. कई लोग इस अवसर पर आगे आए और भारत माता को ब्रिटिश सरकार की बेड़ियों से बचाने और देश को स्वतंत्र कराने के लिए स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होना शुरू कर दिया. शहीद दिवसों में से एक 30 जनवरी को मनाया जाता है - जिस दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की नाथूराम गोडसे ने हत्या कर दी थी. यह भी पढ़ें: National Family Day 2024: राष्ट्रीय परिवार दिवस की शुरुआत कैसे हुई? जानें इसका इतिहास एवं महत्व!
मार्च में, शहीद दिवस 23 मार्च को मनाया जाता है. तीन स्वतंत्रता सेनानियों - भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को ब्रिटिश सरकार ने फांसी पर लटका दिया था.
शहीद दिवस का इतिहास:
वीर शहीदी दिवस (Heroic Martyrdom Day) राव तुला राम के निधन के दिन मनाया जाता है. राव तुला राम 1857 में स्वतंत्रता सेनानी थे, जहाँ देश का पहला स्वतंत्रता संग्राम हुआ था. राव तुला राम का निधन 23 सितंबर 1863 को एक संक्रमण के कारण हुआ था. राव को राज्य में एक नायक के रूप में माना जाता है क्योंकि उन्होंने हरियाणा के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से से अंग्रेजों को भगाने में मदद की थी. उन्होंने दिल्ली में विद्रोही ताकतों की भी सहायता की.
इस दिन, हरियाणा भारत के लिए लड़ने वाले सैनिकों और सेनानियों को श्रद्धांजलि देता है. गुड़गांव में युद्ध स्मारक पर एक समारोह आयोजित किया जाता है. सम्मान के संकेत के रूप में, समारोह के दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा सलामी दी जाती है. समारोह के दौरान पुलिसकर्मी अपने हथियार भी उलटे रखते हैं.