Sawan Shivratri 2023 Wishes in Hindi: इस साल का सावन (Sawan) कई मायनों में बेहद खास है, क्योंकि करीब 2 महीने का सावन होने की वजह से भक्तों को 8 सावन सोमवार (Sawan Somvar), 4 सावन प्रदोष (Sawan Pradosh) और 2 सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) की पावन तिथियां मिल रही हैं. इन तिथियों का विशेष महत्व बताया जाता है, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इन तिथियों पर व्रत रखकर देवाधि देव महादेव (Mahadev) की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस साल सावन की पहली शिवरात्रि 15 जुलाई 2023 को मनाई जा रही है. इसके साथ ही इस बार वृद्धि योग बना रहा है, जिससे इस योग में भोलेनाथ की पूजा करने का दोगुना फल प्राप्त होगा. सावन शिवरात्रि का व्रत रखकर भगवान शिव (Bhagwan Shiv) की विधिवत पूजा करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.
वैसे तो हर महीने की मासिक शिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित है, लेकिन सावन मास की शिवरात्रि विशेष मानी जाती है. इस दिन शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है और भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इसके साथ ही इस दिन शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान किया जाता है. ऐसे में इस अवसर पर आप भी इन भक्तिमय विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स के जरिए सावन शिवरात्रि की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- भोले बाबा का आशीर्वाद मिले आपको,
उनकी दुआ का प्रसाद मिले आपको,
आप करें अपनी जिंदगी में खूब तरक्की,
और हर किसी का प्यार मिले आपको.
सावन शिवरात्रि की शुभकामनाएं
2- एक पुष्प, एक बेलपत्र,
एक लोटा जल की धार,
कर दे सबका उद्धार...
सावन शिवरात्रि की शुभकामनाएं
3- आई है शिवरात्रि मेरे भोले का है दिन,
शिव की भक्ति में डूब जाने दो,
शिव के चरणों में मुझे शीश झुकाने दो.
मुझे भोले बाबा की भक्ति में रम जाने दो.
सावन शिवरात्रि की शुभकामनाएं
4- शिव की ज्योति से नूर मिलता है,
भक्तों के दिलों को सुकून मिलता है,
शिव के द्वार आता है जो भी,
सबको फल जरूर मिलता है.
सावन शिवरात्रि की शुभकामनाएं
5- शिव की भक्ति से नूर मिलता है,
सबके दिलों को सुकून मिलता है,
जो भी लेता है दिल से भोले का नाम,
उसे भोले का आशीर्वाद जरूर मिलता है.
सावन शिवरात्रि की शुभकामनाएं
बताया जाता है कि सावन महीने की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा भी शुरु हो जाती है, जो सावन शिवरात्रि पर खत्म होती है. कांवड़िए पैदल यात्रा करके कांवड़ में गंगाजल भरकर लाते हैं और सावन शिवरात्रि के दिन उस जल से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और भक्तों के सभी दुख दूर करते हुए उन्हें मनचाहा वरदान देते हैं. इसके साथ ही शिवरात्रि तिथि पर चारों प्रहर में शिव जी की पूजा करने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है.