नई दिल्ली: मुस्लिम समुदाय के लोगों को जिस महीने का इंतज़ार रहता है वो अब आने वाला है. यानी की रमजान (Ramzan) के पवित्र महीने का आगाज बस होने ही वाला है. दुनियाभर के सभी क्षेत्रों में चांद के दीदार के प्रयास किये जा रहे है. रमजान के पूरे मास मुस्लिम समुदाय निर्जल और निराहार रहकर रोजा (उपवास) रखते हैं. इस माह दान-पुण्य की भी परंपरा होती है. इस्लाम में दान को ‘जकात’ (फितरा) कहते हैं, जो मुख्यत गरीबों को दिया जाता है. जबकि रमजान (Ramadan) का पाक माह खत्म होने पर चांद के अनुसार ईद 2021 (Eid 2021) की तिथि तय होती है. Ramzan Mubarak 2021 HD Images: अल्लाह की इबादत का पाक महीना है रमजान, इन WhatsApp Stickers, Photo Messages, Wallpapers, GIFs के जरिए दें मुबारकबाद
कोरोना काल के बावजूद बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के चेहरों पर ईद की खुशियां मुस्कान बनकर खिल रही है. हालांकि इस बार भी कोरोना वायरस के प्रकोप (Coronavirus Outbreak) के चलते सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) और नाईट कर्फ्यू और कहीं कहीं लॉकडाउन (Lockdown) जैसे प्रतिबंध लगे है, जो रमजान के रोजे से लेकर ईद की खुशियों पर काले बादल की तरह है.
रमजान में रोजा-नमाज और कुरान की तिलावत के साथ जकात और फितरा (दान) देने का भी काफी महत्व है. इस्लाम में रमजान के पाक माह में हर हैसियतमंद मुसलमान को जकात देना जरूरी बताया गया है. पूरे साल की आमदनी से जो बचत होती है, उसका 2.5 फीसदी हिस्सा किसी गरीब या जरूरतमंद को दान दिया जाता है, जिसे ‘जकात’ कहते हैं.