दक्षिण भारत के राज्य केरल (Kerala) में रमजान (Ramadan) का चांद नजर आ गया है. राज्य की हिलाल कमिटी ने इस बात की पुष्टि कर दी है. सूबे में पहला रोजा सोमवार 6 मई को रखा जायेगा. रविवार रात से ही तरावीह की नामाज का आगाज होगा. केरल की मस्जिदों में अलग-अलग समय पर इशा की नमाज के बाद तरावीह की नमाज अदा की जाएगी. वैसे, भारत में अभी तक केवल केरल में ही रमजान का चांद नजर आया है. देश के अन्य राज्यों में मंगलवार को पहला रोजा रखा जायेगा.
रमजान 2019: दक्षिण भारत के हैदराबाद और तेलंगाना समेत अन्य हिस्सों में अब तक रमजान का चांद नजर नहीं आया है.
रमजान 2019: पश्चिम बंगाल और असम में रमजान के चांद का दीदार करने के लिए लोग इंतजार कर रहे हैं. आसमान में निकलने वाले चांद के दीदार के बाद ही इस्लाम धर्म का पाक महीना रमजान शुरू होगा.
रमजान 2019: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे मध्य भारतीय राज्यों में लोग आसमान में चांद के निकलने का इंतजार कर रहे हैं. भोपाल में हिलाल कमेटी भी चांद को देखने के लिए आसमान में अपनी निगाहें टिकाए हुए है.
रमजान 2019: नई दिल्ली और आसपास के इलाकों में हिलाल समितियां अर्ध चंद्र को देखने के लिए आसमान की तरफ अपनी नजरें टिकाए हुए हैं. आज शाम चांद के दिखने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसे पाक रमजान के शुरुआत का प्रतीक माना जाता है.
रमजान 2019: नई दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड सहित भारत के तमाम राज्यों में रहने वाले मुसलमान बेसब्री से चांद के निकलने का इंतजार कर रहे हैं. चांद के दीदार के बाद इस्लाम धर्म का पाक महीना रमजान शुरू हो जाएगा और लोग 6 मई 2019 से अपना पहला रोज रख पाएंगे.
Ramadan 2019: रमजान (Ramadan) का पाक महीना शुरु होने वाला है और आज यानी 5 मई 2019 को हर कोई बेसब्री से चांद (Moon) के दीदार का इंतजार कर रहा है. दरअसल, चांद के मुताबिक ही यह तय होता है कि पहला रोजा किस दिन रखा जाएगा. माना जाता है कि रमजान में जन्नत के दरवाजे खुल जाते हैं और इस पूरे महीने की गई अल्लाह की इबादत का फल दोगुना ज्यादा मिलता है. मुस्लिम धर्म के इस पवित्र महीने में 30 दिनों तक सूर्योदय से सूर्यास्त तक बिना खाए पीए रोजा रखा जाता है. रोजा की शुरुआत सुबह की सेहरी से की जाती है और शाम को इफ्तार के साथ रोजा खोला जाता है. रोजा के दौरान रोजा रखने वाले लोग दिन में 5 वक्त की नमाज अदा करते हैं. रमजान के महीने में जकात देना, कुरान पढ़ना, नमाज पढ़ना आदि कामों से अल्लाह खुश होते हैं और अपने बंदे के सारे गुनाह माफ कर देते हैं, इसलिए इस पाक महीने को नेकियों का महीना भी कहा जाता है.
बता दें कि रमजान महीने की शुरुआत चांद के दीदार से होती है और चांद के दीदार से ही यह महीना खत्म भी होता है. 30 दिनों तक रोजा रखने के बाद ईद-उल-फितर (रमजान ईद) मनाई जाती है. इस्लाम धर्म में रमजान के महीने में लड़ाई-झगड़ा, झूठ और बुराई जैसे बुरे कामों से दूर रहने की हिदायत दी गई है. कहा जाता है कि इस पाक महीने में गलत काम करने वालों को रोजे का सबाब नहीं मिलता है.