Rajmata Jijau Jayanti 2022 Marathi Wishes: राजमाता जिजाऊ की जयंती पर इन WhatsApp Status, Messages, GIF Images के जरिए करें उन्हें याद
राजमाता जिजाऊ जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

Rajmata Jijau Jayanti 2022 Wishes in Marathi: हिंदवी स्वराज की स्थापना करने वाले महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की माता जी राजमाता जिजाऊ (Rajmata Jijau) की आज यानी 12 जनवरी 2022 को जयंती मनाई जा रही है. शिवाजी महाराज को छत्रपति शिवाजी महाराज बनाने में उनकी माता जिजाऊ का बहुत बड़ा योगदान रहा है. जिजाऊ एक ऐसी वीरांगना रही हैं, जिन्हें उनकी बहादुरी और चपलता के लिए जाना जाता है. उन्हें प्यार से राजमाता, जिजाऊ या जीजाबाई भी कहा जाता है. राजमाता जीजाबाई का जन्म 12 जनवरी 1598 को बुलढाणा जिले में म्हाळसाबाई और लखुजीराव जाधव के घर हुआ था,  इसलिए हर साल उनकी जयंती मनाई जाती है और उन्हें याद किया जाता है.

मराठा साम्राज्य के महान शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की माता राजमाता जिजाऊ की जयंती को धूमधाम से मनाया जाता है और इस अवसर पर लोग सोशल मीडिया के जरिए शुभकामनाएं भी देते हैं. इस खास अवसर पर आप भी इन शानदार मराठी विशेज, वॉट्सऐप स्टेटस, मैसेजेस, जीआईएफ इमेजेस को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ शेयर करके उन्हें याद कर सकते हैं.

1- राजमाता जिजाऊ जयंती 2022

राजमाता जिजाऊ जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

2- राजमाता जिजाऊ जयंती 2022

राजमाता जिजाऊ जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

3- राजमाता जिजाऊ जयंती 2022

राजमाता जिजाऊ जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

4- राजमाता जिजाऊ जयंती 2022

राजमाता जिजाऊ जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

5- राजमाता जिजाऊ जयंती 2022

राजमाता जिजाऊ जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

जीजाबाई का जन्म कम उम्र में ही शहाजी भोसले के साथ हुआ था. राजमाता जिजाऊ ने शिवाजी महाराज को स्वराज्य का महत्व बताया और उन्हें एक वीर योद्धा बनाने के लिए बचपन से ही उनका मार्गदर्शन किया. यह उनकी परवरिश और उनके मार्गदर्शन का ही नतीजा था कि शिवाजी महाराज एक साहसी और सक्षम योद्धा बन पाए. दरअसल, शहाजी भोसले निजाम सुल्तानों के अधीन एक सैन्य कमांडर थे, इसलिए शिवाजी महाराज के पालन-पोषण में राजमाता जिजाऊ की भूमिका अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण रही है. कहा जाता है कि शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 12 दिन बाद ही 17 जून 1664 को राजमाता जिजाऊ का निधन हो गया था.