Rajiv Gandhi Birth Anniversary: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री (Former Prime Minister) राजीव गांधी (Rajiv Gandhi 77th Birth Anniversary) की आज 77वीं जयंती मनाई जा रही है. उनकी जयंती हर साल 20 अगस्त को मनाई जाती है. उनका जन्म 20 अगस्त 1944 को बॉम्बे (अब मुंबई) में इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) और फिरोज गांधी (Feroze Gandhi) के घर हुआ था. उन्होंने साल 1984 से 1989 तक भारत के छठे प्रधानमंत्री के रुप में कार्य किया. राजीव गांधी की जयंती को सद्भावना दिवस या सद्भाव दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. राजीव गांधी को उनकी मां और देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने छोटे भाई संजय गांधी की मृत्यु के बाद राजनीति में शामिल होने के लिए मजबूर किया था. राजीव गांधी की मृत्यु 21 मई 1991 को मद्रास (अब चेन्नई) के पास श्रीपेरंबदूर में तमिल टाइगर द्वारा किए गए बम हमले में हुई थी. राजीव गांधी की 77वीं जयंती पर चलिए जानते हैं उनके जीवन से जुड़े रोचक तथ्य.
राजीव गांधी से जुड़े रोचक तथ्य
- राजीव गांधी ने भारत के प्रतिष्ठित दून स्कूल से पढ़ाई की थी. उन्हें 1961 में ए-लेवल की पढ़ाई के लिए लंदन भेजा गया था. इसके बाद वे कैंब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज गए, जहां उन्होंने अपनी भावी पत्नी सोनिया माइनो (Sonia Maino) से मुलाकात की. मैकेनिकल इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए उन्हें इंपीरियल कॉलेज लंदन में नामांकित किया गया था, लेकिन उन्होंने अपना कोर्स पूरा नहीं किया.
- उन्हें दिल्ली में एक पायलट के रूप में प्रशिक्षित किया गया था. राजनीति में आने से पहले वह राष्ट्रीय वाहक, एयर इंडिया द्वारा भी कार्यरत थे.
- इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद उन्होंने भारत के छठे प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली और साल 1984 से 1989 तक सेवा की.
- राजीव गांधी 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने और वो सबसे कम उम्र में शपथ लेने वाले प्रधानमंत्री बने.
- राजीव गांधी की शादी 1968 में सोनिया से हुई थी. राहुल गांधी का जन्म 1970 में और प्रियंका गांधी का जन्म 1972 में हुआ था.
- प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल 1984 में इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद दिल्ली में भड़के सिख विरोधी दंगों के कारण दागदार था. 1989 में कांग्रेस आम चुनाव हार गई और वीपी सिंह सत्ता में आए.
- 21 मई 1991 को राजीव गांधी की मृत्यु हो गई. श्रीपेरंबदूर में एक रैली के दौरान लिट्टे (LTTE) के एक आतंकवादी ने उनके पास जाकर विस्फोट किया था.
- उनकी जयंती को हर साल सद्भावना दिवस या सद्भाव दिवस के रूर में मनाया जाता है. इस दिन एकता, करुणा, सहिष्णुता और भाईचारे का संदेश दिया जाता है.
सद्भावना दिवस
राजीव गांधी के जन्मदिन पर सद्भावना दिवस मनाने की शुरुआत 20 अगस्त 1992 से हुई. इस दिन सहिष्णुता, सांप्रदायिक सद्भाव, भाईचारे और राष्ट्रीय एकता के मूल्यों की पुष्टि करने के लिए सद्भावना प्रतिज्ञा ली जाती है. सद्भावना प्रतिज्ञा में लिखा है- मैं यह प्रतिज्ञा लेता हूं कि मैं जाति, पंथ, क्षेत्र, धर्म या भाषा की परवाह किए बिना भारत के सभी लोगों की भावनात्मक एकता और सद्भाव के लिए काम करुंगा.
राजीव गांधी को हमेशा से ही एक दूरदर्शी नेता के रूप में याद किया जाएगा. उन्होंने भारत में तकनीकी प्रगति लाने में अहम भूमिका निभाई. हालांकि, शाह बानो मामले और बोफोर्स सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण पीएम के रूप में उनका कार्यकाल भी विवादास्पद बना हुआ है. 44 वर्ष की कम उम्र में उनका निधन हो गया. उनकी हत्या दिवस को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है.