Parivartini Ekadashi 2023 Messages in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास की एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी (Parivartini Ekadashi) का व्रत रखा जाता है, जिसे पद्मा या जलझूलनी एकादशी कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि जब भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) को चार मास के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं, तब भाद्रपद शुक्ल एकादशी के दिन वो अपनी शेषशैय्या पर करवट बदलते हैं, इसलिए इसे परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है. इस साल गृहस्थ लोग जहां परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 25 सितंबर 2023 को रख रहे हैं तो वहीं वैष्णव समुदाय के लोग इस व्रत का पालन 26 सितंबर को करेंगे. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखकर श्रीहरि की विधि-विधान से पूजा करने और उनके मंत्रों का जप करने से बड़े से बड़ा दुर्भाग्य भी सौभाग्य में बदल जाता है.
एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दिन जो भी भक्त व्रत रखकर उनका पूजन करता है, उसके सभी पापों का नाश होता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. ऐसे में परिवर्तिनी एकादशी के पावन अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स के जरिए अपनों को प्यार भरी शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- विष्णु जिनका नाम है,
वैकुंठ जिनका धाम है,
परिवर्तिनी एकादशी पर,
श्रीहरि को शत-शत प्रणाम.
परिवर्तिनी एकादशी की शुभकामनाएं
2- ताल बजे, मृदंग बजे,
बजे श्रीहरि की वीणा,
जय राम, जय राम,
जय-जय श्रीकृष्ण हरि.
परिवर्तिनी एकादशी की शुभकामनाएं
3- हर घर के आंगन में तुलसी,
तुलसी बड़ी महान,
जिस घर में ये तुलसी रहती,
वो घर स्वर्ग समान है.
परिवर्तिनी एकादशी की शुभकामनाएं
4- कर्म का फल व्यक्ति को,
उसी तरह ढूंढ लेता है,
जैसे कोई बछड़ा सैकड़ों गायों के बीच.
अपनी मां को ढूंढ लेता है.
परिवर्तिनी एकादशी की शुभकामनाएं
5- कांटों पर चलकर फूल खिलते हैं,
विश्वास पर चलकर भगवान मिलते हैं,
एक बात सदा याद रखना,
सुख में सब मिलते हैं लेकिन,
दुख में सिर्फ भगवान मिलते हैं.
परिवर्तिनी एकादशी की शुभकामनाएं
कहा जाता है कि परिवर्तिनी एकादशी के दिन घर पर एकाक्षी नारियल लाना काफी शुभ होता है, इससे मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन भगवान विष्णु का पीले चंदन और केसर में गुलाब जल मिलाकर तिलक करना चाहिए. इसके साथ ही उस तिलक को स्वंय लगाकर किसी कार्य के लिए निकलने पर कार्य पूर्ण होता है. निसंतान दंपत्ति अगर एकादशी के दिन से गोपाल मंत्र ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते देहि में तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः’ मंत्र आरंभ कर प्रतिदिन एक माला का जप करता है, उसे शीघ्र संतान की प्राप्ति होती है.