Navratri 2024 Sanskrit Messages: शारदीय नवरात्रि की संस्कृत में दें बधाई! अपनों संग शेयर करें ये Shlokas, WhatsApp Wishes, GIF Greetings, Photo SMS
शारदीय नवरात्रि 2024 (Photo Credits: File Image)

Navratri 2024 Sanskrit Messages: देशभर में शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) का त्योहार बहुत जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत इस साल 3 अक्टूबर 2024 को कलश स्थापना के साथ हो रही है. ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, देवी दुर्गा (Maa Durga) हर साल तिथि के अनुसार, अलग-अलग वाहन पर सवार होकर भक्तों के बीच आती हैं और इस साल शारदीय नवरात्रि में माता रानी पालकी पर सवार होकर भक्तों के बीच आ रही हैं. दरअसल, जब नवरात्रि की शुरुआत रविवार या सोमवार को होती है तो मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं. अगर गुरुवार या शुक्रवार से नवरात्रि शुरु होती है तो माता रानी पालकी पर सवार होकर आती हैं. वहीं मंगलवार या शनिवार से नवरात्रि शुरु होने पर माता रानी घोड़े पर सवार होकर आती हैं और अगर बुधवार से नवरात्रि (Navratri) शुरु होती है तो वे नौका पर सवार होकर आती हैं.

इस साल शारदीय नवरात्रि के पर्व को 3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक मनाया जाएगा, जबकि 12 अक्टूबर को विजयादशमी मनाई जाएगी. अश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना करके देवी दुर्गा का आह्वान किया जाता है और शुभकामना संदेश भेजे जाते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप संस्कृत में शारदीय नवरात्रि की बधाई देने के लिए अपनों के साथ ये मैसेजेस, श्लोक, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और फोटो एसएमएस शेयर कर सकते हैं.

1- सर्वस्य बुद्धिरूपेण जनस्य हृदि संस्थिते।

स्वर्गापवर्गदे देवी नारायणि नमोऽस्तु ते।।

भावार्थ: देवी नारायणी, जो सभी लोगों में बुद्धि रूप में विराजमान हैं, जो स्वर्ग और मोक्ष प्रदान करती हैं, उन नारायणी देवी को मैं नमस्कार करता हूं.

शारदीय नवरात्रि 2024 (Photo Credits: File Image)

2- सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्तिभूते सनातनि।

गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोऽस्तु ते।।

भावार्थ: हे सृजन, अस्तित्व और विनाश की शाश्वत शक्ति! हे नारायणी, प्रकृति के गुणों की आश्रय और प्रकृति के गुणों से परिपूर्ण, मैं आपको नमस्कार करता हूं.

3- नमस्ते परमेशानि ब्रह्यरूपे सनातनी।

सुरासुरजगद्वन्द्ये कामेश्वरि नमोऽस्तु ते।।

भावार्थ: हे ब्रह्मरूपी, शाश्वत स्वरूप परम देवी, आपको नमस्कार है. हे देवताओं और राक्षसों की दुनिया द्वारा पूजी जाने वाली इच्छाओं की देवी, मैं आपको नमस्कार करता हूं.

शारदीय नवरात्रि 2024 (Photo Credits: File Image)

4- नमो देव्यै प्रकृत्यै च विधात्र्यै सततं नमः।

कल्याण्यै कामदायै च वृद्धयै सिद्धयै नमो नमः।।

भावार्थ: देवी प्रकृति और निर्माता को सदैव प्रणाम. शुभता, कल्याण, कामना पूर्ति, वृद्धि एवं पूर्णता हेतु आपको नमस्कार है.

शारदीय नवरात्रि 2024 (Photo Credits: File Image)

5- न तातो न माता न बन्धुर्न दाता

न पुत्रो न पुत्री न भृत्यो न भर्ता।

न जाया न विद्या न वृत्तिर्ममैव

गतिस्त्वं गतिस्त्वं त्वमेका भवानि।।

भावार्थ: न पिता, न माता, न मित्र, न दाता, न बेटा, न बेटी, न नौकर, न पति, न पत्नी, न ज्ञान, न व्यवसाय,  भवानी आप ही मेरा मार्ग हैं, आप ही पथ हैं और सबकुछ आप ही हैं.

शारदीय नवरात्रि 2024 (Photo Credits: File Image)

ज्योतिष के जानकारों की मानें तो नवरात्रि में मां दुर्गा जब धरती पर डोली या पालकी में आती हैं तो इसे बहुत अच्छा संकेत नहीं माना जाता है. मां दुर्गा के पालकी पर सवार होकर आने से अर्थव्यवस्था में गिरावट, व्यापार में मंदी, हिंसा, देश-दुनिया में महामारी के बढ़ने के संकेत मिलते हैं. यूं तो मां दुर्गा का वाहन शेर है, इसलिए उन्हें शेरावाली मां कहा जाता है, लेकिन नवरात्रि में जब मां दुर्गा धरती पर आती हैं तो उस दिन के हिसाब से उसका वाहन बदल जाता है.