Makar Sankranti 2022: स्नान और दान का पर्व है मकर संक्रांति! जानें इस दिन इन 8 वस्तुओं के दान का क्या मिलता है प्रतिफल?
मकर संक्रांति (Photo Credits: File Photo)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्यदेव वर्ष के सभी 12 माह अलग-अलग 12 राशियों में प्रवेश करते हैं. इसीलिए प्रत्येक मास में एक संक्रान्ति का योग बनता है. इस तरह जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब उस योग को मकर संक्रान्ति कहते हैं. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष 14 जनवरी को मकर संक्रान्ति का पर्व मनाया जायेगा. इस दिन गंगा स्नान के पश्चात सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है, लेकिन ज्योतिषियों के अनुसार मकर संक्रांति के दिन दान करना परम धर्म माना जाता है, ऐसा करने वाले जातक जीवन में हमेशा प्रगति, सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति करते हैं एवं नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षित रहते हैं, और मृत्योपरांत उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. आइये जानें हमारे ज्योतिषाचार्य श्री अमित शास्त्री इस दिन किस वस्तु के दान का क्या महत्व बताते हैं.

गो दान

सनातन धर्म में गाय का दान सबसे बड़ा दान माना जाता है. यह सभी दानों में श्रेष्ठ है. गोदान करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.

खिचड़ी दान

उत्तर भारत में इस दिन को खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि इस दिन खिचड़ी खाना जितना शुभ होता है, उतना ही शुभ इसका दान करना भी माना जाता है. खिचड़ी दान से वाहन सुख की प्राप्ति होती है.

तिल का दान

सनातन धर्म के अनुसार मनुष्य अपने हर आध्यात्मिक कर्म में तिल का विशेष रूप से प्रयोग किया जाता है. मकर संक्रान्ति पर तिल का दान करना बहुत शुभ माना जाता है. गौरतलब है कि तिल के दान से शनि देव भी बहुत प्रसन्न होते हैं. इससे दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है.

गुड़ का दान

मकर संक्रान्ति के दिन गुड़ का दान भी विशेष मायने रखता है. मान्यता है कि इस दिन गुड़ का दान करने से कलह, दुख और दरिद्रता का नाश होता है. लेकिन इस दिन सबसे ज्यादा ध्यान देने की बात यह है इस दिन गुड़ का दान देने से सूर्य देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

कंबल

मकर संक्रान्ति के दिन कंबल अथवा ऊनी कपड़े का दान बहुत शुभ होता है, इसलिए भी कि एक गरीब को सर्दी से बचाने के लिए यह बहुत उपयोगी होता है, इसके अलावा ऐसा भी कहा जाता है कि कंबल का दान करने से राहु और शनि शांत होते हैं.

वस्त्र दान

भोजन और वस्त्र का दान बहुत पुण्यकारी होता है. विशेषकर धोती औऱ दुपट्टे के दान का विशेष महत्व बताया जाता है. इससे घर के सारे दोष भी दूर होते हैं. इसलिए मकर संक्रान्ति के दिन वस्त्रों का दान अवश्य करना चाहिए.

सरसों तेल का दान

तेल का दान बहुत सारे अवसरों पर किया जाता है. मकर संक्रान्ति के दिन तिल अथवा सरसों के तेल का दान शुभ माना जाता है है. मान्यता है कि तेल का दान करने शनि देव भी प्रसन्न होते हैं और तमाम नकारात्मक शक्तियों से दूर रखते हुए जीवन में सौभाग्य एवं खुशहाली आती है.

नमक

अमूनन ब्राह्मण को अन्न दान के समय नमक का दान आवश्यक रूप से देने का विधान है, उसी आधार पर खिचड़ी के दिन भी चावल-उड़द की कच्ची खिचड़ी के साथ नमक के नये पैकेट का दान करना चाहिए. इस दिन से शुक्र मजबूत होता है, तथा कर्ज से मुक्ति मिलती है.