Makar Sankranti 2020: नये वर्ष के पहले पर्व मकर संक्रांति पर एक तरफ ब्राह्मणों एवं गरीबों को तिल-गुड़ दान करने एवं पुण्य बटोरने की परंपरा है तो वहीं तिल-गुड़ से बने पकवान खाने-खिलाने की भी प्रथा पुरानी है. इन परंपराओं के पीछे आध्यात्म के साथ-साथ वैज्ञानिक कारण भी बताये जाते हैं. वैसे भी तिल और गुड़ की तासीर गरम होने से ठंड के दिनों में इसका सेवन फायदेमंद होता है. महाराष्ट्र में तिल-गुड़ खिलाते हुए कहते हैं, ‘तिल-गुड़ खा गोड़ गोड़ बोल’ यानी तिल गुड़ खाओ और मीठा-मीठा बोलो.
तिल गुड़ के लड्डू तो हम अकसर खाते रहते हैं, लेकिन बदलाव के लिए हम यहां तिल और गुड़ से बनें कुछ स्पेशल जायकेदार व्यंजन बनाने की विधि बता रहे हैं.
तिल गुड़ के मीठे पेटीस:
सामग्री:- आधा किलो सफेद तिल, 250 ग्राम मावा, 150 ग्राम गुड़, 1 छोटा चम्मच इलायची पाउडर, तथा कुछ काजू, बादाम, पिस्ता और किशमिश.
विधि:- तिल को साफ करके उसे मद्धिम आंच पर सुनहरी रंगत आने तक भून लें. इसके बाद इसे ठंडा करके कूट लें. इसके बाद मावे को भून लें. एक अन्य बर्तन में गुड़ की एक तार की चाशनी बना लें. चाशनी के गरम रहते हुए इसमें तिल, मावा और इलायची को अच्छी तरह से मिला लें. अब पेटीस के सांचे के भीतर घी लगाएं और इन सांचों में तैयार सामग्री अच्छी तरह से भर दें. ऊपर से किसे हुए मेवे रखकर पेटीस का आकार दे दें. आपकी पेटीस तैयार है. खुद खाएं और दूसरों को भी खिलाएं.
कुरकुरी तिल चिक्की:
कुरकुरी तिल की चिक्की गजक की तरह ही कुरकुरी और बहुत स्वादिष्ट होती है. इसे झटपट बनाया जा सकता है.
सामग्रीः- तिल 250 ग्राम, शक्कर 250 ग्राम, शुद्ध घी 3 बड़े चम्मच, काजू एवं पिस्ते 15-20 टुकड़े, थोड़ी सी छोटी इलायची.
विधि:- सर्वप्रथम तिल को साफ कर लें. एक गहरी कढ़ाई में मध्यम आंच पर गुलाबी रंगत आने तक भून लें. इस बीच तिल को निरंतर चलाते रहिये. अब इसे एक बर्तन में रखकर ठंडा होने दीजिये. अब एक अन्य कढ़ाही में हल्की आंच पर घी गरम करें. इसमें शक्कर डालकर घी में अच्छी तरह मिक्स कर लीजिये. अब शक्कर घी के मिश्रण में तिल डालकर अच्छी तरह से मिलाइये. ऊपर से छोटी इलायची का पाउडर, कतरे हुए काजू एवं पिस्ते मिलाकर अच्छी तरह से मेल्ट कीजिये. एक तरफ समतल थाली के तले में घी लगाकर पहले से तैयार करके रखिये. अब इसमें तिल-शक्कर और मेवे के मिश्रण को गरम रहते हुए अच्छी तरह से फैला कर दबाते जाइये. इसके बाद तेज चाकू से इसे अपनी पसंद के शेप में काट लीजिये. ठंडा होने पर प्लेट में निकाल कर सर्व करिये. बची हुई चिक्की को किसी एयरटाइट जार में सुरक्षित रख दें.
तिल गुड़ बाजरे की मठरी:
सामग्रीः- बाजरे का आटा 250 ग्राम, गुड़ 100 ग्राम, तिल 100 ग्राम, तलने के लिए आवश्यक तेल
विधिः- सबसे पहले एक बर्तन में गुड़ में आधा कप पानी मिलाकर मीडियम आंच पर पकाइये. गुड़ घुल जाए तो एक बर्तन में छानकर निकाल लें. अब इसमें बाजरे का आटा मिलाकर ऊपर से तिल डाल कर पानी की मदद से नरम-नरम गुंथ लीजिये. अब इसे टिक्की के आकार में बेल लें. कढ़ाही में तेल गरम करें और एक-एक या तीन-तीन टिक्की डीप फ्राय करिये. आपकी टिक्की गरम है, इसे चटनी के साथ सर्व करिये. चाहे तो इसे बिस्कुट की तरह फ्राई करके किसी एयर टाइट डिब्बे में बंद करके रख लीजिये, जब जी में आए खाइये.
तिल मावा गजक:
कुरकुरे और साफ्ट मावा गज़क पट्टी खाने में जितना जायकेदार लगता है, बनाने मे उतना ही कम समय लगता है.
सामग्रीः- मावा (खोवा) 250 ग्राम, सफेद तिल 200 ग्राम), चीनी 200 ग्राम (पीस लें), इलायची पाउडर - आधी छोटी चम्मच, काजू - 4-5 (बारीक कुतर लें), शुद्ध घी दो चम्मच.
विधिः- सबसे पहले कढ़ाही में तिल को सुनहरी रंगत आने तक भून लें. भुनते समय तिल को लगातार चलाते रहें, वरना तले में लगे तिल जल जायेंगे. भुने हुए तिल को ऐसा पीसिये कि वह बहुत बारीक नहीं होने पाये. अब इसे अलग बर्तन में रख लें. अब मध्यम आंच पर पेन में घी डालकर उसे मेल्ट कीजिये, इसमें मावा डालकर गहरा भूरा होने तक भून लीजिये. मावा में पीसा हुआ शक्कर, तिल, इलायची पाउडर अच्छी तरह से मिलाएं. ये सारे मिश्रण को मिलाकर धीमी आंच पर पकाइये. अब किसी समतल जगह पर प्लास्टिक का सीट बिछाकर उस पर घी लगाकर चिकना बनाइये. इस प्लास्टिक पर मिश्रण को अच्छी तरह से फैलाते हुए उसे एक शेप दे दें.
चाहे तो बेलन पर हलका सा घी लगाकर इसे अच्छी तरह से बेल लीजिये. इस पर कटे हुए ड्रायफ्रूट लगाकर उसे बेलन से भीतर तक दबाते हुए बेल ले. अब इसे मन चाहे शेप में काट लें. बस आपका मावा गजक पट्टी तैयार है.