Mahashivratri 2022 Messages in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आने वाली शिवरात्रि (Shivratri) को साल की सबसे बड़ी शिवरात्रि मानी जाती है, इसलिए इसे महाशिवरात्रि (Mahashivratri) कहा जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव (Bhagwan Shiv) और माता पार्वती (Mata Parvati) का विवाह संपन्न हुआ था और इसी दिन भगवान शिव ने संन्यासी जीवन से गृहस्थ जीवन की ओर रुख किया था. इस दिन व्रत रखकर भक्त भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन करते हैं और रात्रि जागरण कर उनकी आराधना करते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से भक्तों की समस्य इच्छाएं पूरी होती हैं. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद शिव मंदिर में या घर के मंदिर में जल, गंगाजल, धतूरा, बेलपत्र, शहद, घी, दूध, दही, गन्ने का रस इत्यादि से शिवलिंग का अभिषेक करें. इसके साथ ही पान, अक्षत, सुपारी, रोली, मौली, चंदन, लौंग, इलायची, कमलगट्टा इत्यादि अर्पित करें.
महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की पावन रात्रि है, इसलिए इस दिन हर तरफ हर-हर महादेव की गूंज सुनाई देती है और महादेव के भक्तिमय गीत सुनाई देते हैं. महादेव के भक्त इस पर्व को बड़े ही श्रद्धाभाव से मनाते हैं. ऐसे में इस पावन अवसर पर आप इन भक्तिमय हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस के जरिए अपने प्रियजनों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- शिव की ज्योति से नूर मिलता है,
भक्तों के दिलों को सुकून मिलता है,
महादेव के द्वार जो भी आता है,
उन्हें मनचाहा फल जरूर मिलता है.
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं
2- शिव की लीला अपरंपार,
शिव करते सबका उद्धार,
शरण चलो शिव की,
होगा सबका बेडा पार,
ॐ नमः शिवाय!
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं
3- ॐ में ही आस्था,
ॐ में ही विश्वास,
ॐ में ही शक्ति,
ॐ में ही मेरी श्वास,
ॐ नमः शिवाय!!
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं
4- शिव अनादि है, शिव भगवंत है,
शिव ओंकार है, शिव ब्रह्म है,
शिव शक्ति है, शिव भक्ति है,
आओ भगवान शिव का नमन करें,
उनकी कृपा हम सब पर बनी रहे.
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं
5- पी के भंग जमा लो रंग,
जिंदगी बीते खुशियों के संग,
लेकर नाम शिव भोले का,
दिल में भर लो महाशिवरात्रि की उमंग.
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं
मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा चार प्रहर में करनी चाहिए. वेदों में रात्रि के चार प्रहर बताए गए हैं और इस दिन हर प्रहर में भगवान शिव की पूजा अत्यंत फलदायी और सभी मनोकामनाओं को पूरी करने वाली मानी जाती है. महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा करने पर भगवान शिव और माता पार्वती प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि व सौभाग्य का वरदान देते हैं. इस दिन भगवान शिव के लिंग स्वरूप यानी शिवलिंग का पूजन किया जाता है.