Maghi Ganesh Jayanti 2020: गणेश जयंती पर ऐसा कुछ न करें कि उनके क्रोध का भाजन बनना पड़े, जानें क्या करें और क्या नहीं?

सनातन धर्म के अनुसार गणेश जयंती माघ मास के शुक्लपक्ष की चतुर्थी के दिन मनाया जाता है. माघ मास के शुक्लपक्ष के दिन मुख्यतः महाराष्ट्र व कोंकण में भी इसी दिन गणेश जयंती मनाया जाता है. अगर आप गणेशजी की पूजा-अर्चना कर रहे हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखें कि उन्हें प्रसन्न करने के लिए आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं.

भगवान गणेश (Photo Credits: Instagram)

Maghi Ganesh Jayanti 2020: यूं तो हर माह गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का पर्व श्रीगणेश जी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. मगर ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि श्रीगणेश जी के अवतरण दिवस को ही गणेश जी (Lord Ganesha) के जन्म दिन के रूप में सेलीब्रेट किया जाता है. सनातन धर्म के अनुसार गणेश जयंती माघ मास के शुक्लपक्ष की चतुर्थी के दिन मनाया जाता है. माघ मास के शुक्लपक्ष के दिन मुख्यतः महाराष्ट्र व कोंकण में भी इसी दिन गणेश जयंती (Maghi Ganesh Jayanti) मनाया जाता है. देश के अन्य क्षेत्रों में भाद्रपद माह की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है. इसके अतिरिक्त, मध्याह्न व्यापिनी पूर्वविद्धा चतुर्थी को भी गणेश जयंती के रूप में मनाया जाता है. गणेशजी नाराज हो जायें तो विनाश निश्चित है.

गणेश जी के रौद्र रूप से बचें

गणेशजी के बारे में विख्यात है कि वे बहुत जल्दी अपने भक्त पर प्रसन्न होकर उसे मनचाहा वरदान दे देते हैं, लेकिन विद्वानों एवं ज्योतिषियों का कहना है कि गणेशजी जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, जरा सी गलती होने पर उनका क्रोध विनाश को भीआमंत्रण देता है. अगर आप गणेशजी की पूजा-अर्चना कर रहे हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखें कि उन्हें प्रसन्न करने के लिए आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं. यह भी पढ़ें: Maghi Ganesh Jayanti 2020: सबसे पहले इस रूप में हुआ था गणपति का प्राकट्य, सिद्धिविनायक मंदिर में माघी गणेश जयंती पर होता है विशेष महोत्सव

ऐसा करें

ऐसा करने से बचें

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को प्रचलित मान्यताओं के आधार पर सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है और यह लेखक की निजी राय है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.

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