नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी ने उनके कद और योगदान के अनुरूप स्मारक स्थल की मांग की है. कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि दिल्ली में यमुना नदी के किनारे, जहां अन्य पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारक स्थित हैं, वहां डॉ. सिंह के लिए भी एक विशिष्ट स्मारक स्थल बनाया जाए. कांग्रेस का कहना है कि डॉ. मनमोहन सिंह की स्मारक उनके व्यक्तित्व और देश के प्रति उनके योगदान का सटीक प्रतिबिंब होना चाहिए. पार्टी ने यह भी कहा कि उनका स्मारक आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में बातचीत की है. मिली जानकारी के अनुसार, खड़गे ने सरकार को यह संदेश दिया है कि डॉ. मनमोहन सिंह, जो भारत के आर्थिक सुधारों और विकास के प्रमुख शिल्पकार रहे हैं, उनके योगदान को स्मरणीय बनाने के लिए उचित स्थान का चयन किया जाए.
प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल ने भी रखी मांग
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और केसी वेणुगोपाल ने भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर इस मुद्दे पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का स्मारक उनकी उपलब्धियों और भारत के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक होना चाहिए.
सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार
रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार ने अभी तक कांग्रेस के इस अनुरोध पर कोई औपचारिक जवाब नहीं दिया है. हालांकि, यह मुद्दा अब सार्वजनिक बहस का हिस्सा बन गया है और कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने इसे प्रमुखता से उठाया है.
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान
डॉ. मनमोहन सिंह, भारत के 13वें प्रधानमंत्री के रूप में, 2004 से 2014 तक देश का नेतृत्व किया. उनकी दूरदर्शी नीतियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. वे एक प्रख्यात अर्थशास्त्री और भारत के आर्थिक सुधारों के मुख्य शिल्पकार के रूप में जाने जाते हैं.