Khatu Shyam Images: ‘हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा’ प्रियजनों संग शेयर करें खाटू श्याम जी के ये मनमोहक HD Photos, Wallpapers और WhatsApp Stickers
खाटू श्याम बाबा (Photo Credits: Wikimedia Commons)

Khatu Shyam Images: बाबा खाटू श्याम (Baba Khatu Shyam) का महाभारत से गहरा रिश्ता है और उन्हें हारे का सहारा कहा जाता है. खाटू श्याम का असली नाम बर्बरीक (Barbarik) था, जो पांडु पुत्र भीम के पोते और घटोत्कच के पुत्र थे. लोगों की खाटू श्याम बाबा पर गहरी आस्था है और ऐसी मान्यता प्रचलित है कि रोजाना खाटू श्याम बाबा के दर्शन करने से हर काम में सफलता मिलती है और आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है. खाटू श्याम बाबा को भगवान श्रीकृष्ण (Bhagwan Shri Krishna) का कलयुगी अवतार माना जाता है. राजस्थान के सीकर जिले में इनका प्रसिद्ध मंदिर स्थापित है, जहां देश-विदेश से लोग बड़ी ही आस्था और विश्वास के साथ दर्शन करने पहुंचते हैं. कहते हैं कि खाटू श्याम यानी बर्बरीक बचपन से ही वीर और महान योद्धा थे, उनके पास भगवान शिव द्वारा दिए गए तीन अभेद्य बाण थे, जिसके कारण उन्हें तीन बाण धारी भी कहा जाता है.

कहते हैं कि जो हर जगह से निराश और हताश होकर खाटू श्याम जी की शरण में जाते हैं, उनकी बिगड़ी किस्मत भी संवर जाती है. खाटू श्याम में आस्था रखने वाले अपने मोबाइल फोन में उनकी तस्वीर लगाकर रखते हैं. ऐसे में आप भी खाटू श्याम बाबा के इन मनमोहक इमेजेस, एचडी फोटोज, वॉलपेपर्स और वॉट्सऐप स्टिकर्स को अपने प्रियजनों संग शेयर सकते हैं, साथ ही अपने मोबाइल फोन पर भी इसे लगा सकते हैं.

हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा

खाटू श्याम बाबा (Photo Credits: Wikimedia Commons)

हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा

खाटू श्याम बाबा (Photo Credits: Wikimedia Commons)

हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा

खाटू श्याम बाबा (Photo Credits: Wikimedia Commons)

हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा

खाटू श्याम बाबा (Photo Credits: Wikimedia Commons)

हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा

खाटू श्याम बाबा (Photo Credits: Facebook)

हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा

खाटू श्याम बाबा (Photo Credits: Facebook)

कहा जाता है कि बर्बरीक ने महाभारत के युद्ध को देखने के लिए अपनी मां से अनुमति मांगी और उनसे वादा किया कि वो युद्ध में कमजोर पक्ष का ही साथ देंगे यानी जो पक्ष हार रहा होगा उसका सहारा बनेंगे. श्रीकृष्ण जानते थे कि बर्बरीक के पास दिव्य शक्तियां है और अगर बर्बरीक ने युद्ध में हिस्सा लिया तो युद्ध कभी समाप्त नहीं होगा, क्योंकि जब कोई युद्ध हारने वाला होगा तो बर्बरीक उनकी तरफ हो जाएंगे.

गौरतलब है कि श्रीकृष्ण बर्बरीक को महाभारत के युद्ध में हिस्सा लेने से रोकने के लिए ब्राह्मण का वेश धारण कर उनके पास पहुंचे और दान के रूप में उनका शीश मांग लिया. उनकी बात सुनने के बाद बर्बरीक ने ब्राह्मण को उनके असली रूप में आने को कहा और वचन के मुताबिक उन्होंने श्रीकृष्ण के चरणों में अपना शीश रख दिया. बर्बरीक की दानवरीता से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने उन्हें अपना नाम श्याम दिया और यह आशीर्वाद दिया कि कलयुग में खाटू श्याम पर लोगों की आस्था बढ़ेगी.