Labh Panchami 2023 Messages in Hindi: पांच दिवसीय दिवाली पर्व (Diwali) की शुरुआत धनतेरस (Dhanteras) से होती है, जिसका समापन भाईदूज (Bhai Dooj) के साथ होता है, लेकिन गुजरात (Gujarat) में रहने वाले गुजराती भाषी लाभ पंचमी को दिवाली पर्व का आखिरी त्योहार मानते हैं. लाभ पंचमी (Labh Panchami) को सौभाग्य पंचमी, ज्ञान पंचमी और लाभ पंचमी के नाम से जाना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन शिव परिवार और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी विघ्नों का नाश होता है. लाभ पंचमी आज (18 नवंबर 2023) का पर्व मनाया जा रहा है. लाभ पचंमी गुजराती नव वर्ष (Gujarati New Year) का पहला कामकाजी दिन होता है, क्योंकि इसी दिन व्यवसायी वर्ग के लोग दिवाली की छुट्टी के बाद काम पर लौटते हैं. यही वजह है कि इस दिवस को गुजराती समुदाय के लोग बहुत धूमधाम से मनाते हैं.
लाभ पंचमी के दिन अबूझ मुहूर्त होता है, इसलिए इस दिन किसी भी नए कार्य या व्यवसाय की शुरुआत करना बेहद शुभ माना जाता है. यही वजह है कि दिवाली के बाद व्यापारी वर्ग इस दिन अपने दुकान और प्रतिष्ठान की फिर से शुरुआत करते हैं. लाभ पंचमी के खास अवसर पर आप इन शानदार हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- सौभाग्य पंचमी के पावन पर्व पर,
भगवान आपको और आपके परिवार को,
सुख-समृद्धि और सौभाग्य प्रदान करें.
लाभ पंचमी की हार्दिक बधाई
2- सदा आपके पर धन की वर्षा हो,
हर जगह सिर्फ आपका ही नाम हो,
दिन-रात आपके कारोबार में लाभ हो,
आप कामयाबी के नए आयाम पर पहुंचे.
लाभ पंचमी की हार्दिक बधाई
3- हर दम खुशियां हो साथ,
कभी दामन न हो खाली,
हम सब की तरफ से,
विश यू हैप्पी लाभ पंचमी.
लाभ पंचमी की हार्दिक बधाई
4- लाभ पंचमी का ये त्योहार,
आपके जीवन में लाए खुशियां अपार,
मां लक्ष्मी जी विराजें आपके द्वार,
शुभकामना हमारी करें स्वीकार.
लाभ पंचमी की हार्दिक बधाई
5- पल-पल सुनहरे फूल खिले,
कभी न हो कांटों का सामना,
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे,
लाभ पंचमी पर हमारी यही शुभकामना.
लाभ पंचमी की हार्दिक बधाई
मान्यता है कि लाभ पंचमी के दिन की गई पूजा से लोगों के जीवन, व्यवसाय और परिवार में लाभ, सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस शुभ दिन व्यवसायी वर्ग के लोग अपने नए बहीखाते की शुरुआत करते हुए मां लक्ष्मी से व्यापार में वृद्धि के लिए कामना करते हैं. इस दिन सुबह जल्दी नहाने के बाद सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए, फिर शुभ मुहूर्त में भगवान शिव, हनुमान जी, भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इस दिन भगवान गणेश की चंदन, सिंदूर, अक्षत, फूल, दूर्वा से पूजा करनी चाहिए और फिर भगवान शिव की भस्म, बिल्व पत्र, धतूरा, सफेद वस्त्र से पूजन करना चाहिए. इसके बाद अपने नए बहीखाते पर शुभ-लाभ लिखकर अपने व्यापार की शुरुआत करनी चाहिए.