Kisan Diwas 2019: देशभर में आज किसान दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. भारत को किसानों का देश कहा जाता है. कृषि प्रधान होने के नाते देश की समृद्धि का रास्ता सदा गांवों के खेतों एवं खलिहानों से होकर गुजरा है. किसान देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी हैं. उनके मेहनत के प्रति सम्मान दिखाने के लिए हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है.
देश के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh) की इसी दिन जयंती मनाई जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए. महान नेता की जयंती पर उन्हें याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी मेहनती किसानों के अधिकारों की रक्षा करने की बात सामने आई, तो वे मजबूती से खड़े रहे. उन्होंने हाशिए पर खड़े लोगों के सशक्तिकरण के लिए भी अथक प्रयास किया. वह भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत बनाने में भी सबसे आगे रहे. क्यों मनाया जाता है फार्मर्स डे, जानें राष्ट्रीय किसान दिवस का इतिहास और महत्व
Remembering Chaudhary Charan Singh Ji on his Jayanti. Unwavering when it came to safeguarding the rights of hardworking farmers, Charan Singh Ji also worked tirelessly for the empowerment of the marginalised. He was at the forefront of strengthening India’s democratic fabric.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 23, 2019
देश चलाने के लिए शुक्रिया
If u had your food today farmer's are the reasons for that
Thank you 🙏to every farmer for making the country run#farmersday pic.twitter.com/ivHCFEyMFs
— MaNiSaYzzz.. (@manivaranasi757) December 23, 2019
देश की रीढ़ है किसान
Farmers are backbone of a country and you can’t stand straight if your backbone is broken. The life of a farmer is very tough as he works very hard day and night in all seasons for us
Happy #KisanDiwas
Happy Farmers Day! pic.twitter.com/ZyvmF3qJro
— Sonal ( Dharmik )🇮🇳 (@DharmikSonal) December 23, 2019
समर्पण को सलाम
On the Occasion of #KisanDiwas let us Salute the Strength and Dedication of our Farmers who strive tirelessly to make sure the nation doesn't sleep hungry. Their contribution to the Nation's growth is beyond words. Deepest gratitude to the farmers of the country. #farmersday pic.twitter.com/dC1j9bWzGB
— YOGENDRA PATEL (@YOGENDR32998118) December 23, 2019
उल्लेखनीय है कि साल 2001 में केंद्र की अटल बिहारी बाजपेयी सरकार द्वारा किसान दिवस की घोषणा की गई. आज के दिन को सरकारी और अन्य गैर-सरकारी संगठनों समेत शैक्षणिक संस्थानों में खास तरीके से मनाया जाता है. 29 मई, 1987 को 84 वर्ष की उम्र में जनमानस का यह नेता इस दुनिया को छोड़कर चला गया.