Kisan Diwas 2019: भारत में हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस (National Farmers’ Day) मनाया जाता है. पूरे देश में इस दिन को किसान दिवस या फार्मर्स डे के रूप में जाना जाता है. देश के कुछ हिस्सों में इस दिन सार्वजनिक अवकाश भी होता है. यह दिन भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Choudhary Charan Singh) की जयंती पर मनाया जाता है. यह दिन देश के सभी किसानों के लिए समर्पित है, जो हमारे देश की रीढ़ हैं. इस ख़ास अवसर पर देश में कई कार्यक्रम, डिबेट और एक्जीबिशन जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. किसान दिवस के दिन देश में स्कूलों और कॉलेजों में भी व्यापक रूप से निबंध प्रतियोगिता और डिबेट भी आयोजित किए जाते हैं.
भारतीय किसान हमारे देश के निर्माण में सबसे आगे रहे हैं और वो मेहनत कर सब कुछ उगाते हैं और हमेशा देश को अच्छी फसल देने के लिए प्रयासरत रहते हैं. लेकिन देश में किसानों की स्तिथि बहुत ही ज्यादा दयनीय है, वो सूखे और फसल के सही दाम न मिलने से कर्ज के बोझ तले दब जाते हैं, जिसकी वजह से देश में हर साल किसान आत्महत्या कर लेते हैं.
कब मनाया जाता है किसान दिवस?
राष्ट्रीय किसान दिवस के दिन देश के कई हिस्सों में सार्वजनिक अवकाश होता है, इस दिन देश में किसानों के लिए जश्न मनाया जाता है. भारत में किसान दिवस भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती 23 दिसंबर को मनाया जाता है. इस दिन को मानाने के लिए उनके जन्मदिन को इसलिए चुना गया क्योंकि क्योंकि चौधरी चरण सिंह ही वो इंसान थे जिन्होंने किसानों पर अपना ध्यान केन्द्रित किया और क्रांतिकारी भूमि सुधार कानूनों के लिए मार्ग प्रशस्त किया.
किसान दिवस क्यों मनाया जाता है?
किसान दिवस मानाने के पीछे कई कारण हैं, भारत देश की आबादी का लगभग 70% हिस्सा खेती करता है, किसान दिवस को मानाने का मकसद पूरे देश को यह याद दिलाना है कि किसान देश का अन्नदाता है और यदि उसे कोई समस्या होती है तो उसे दूर करना पूरे देश का दायित्व है. इस दिन को मानाने के पीछे एक कारण यह भी है कि हमारे देश के युवा और लोगों को पता चले कि किसान किन-किन परेशानियों से गुजरते हैं. देश में ऐसे बहुत से लोग हैं जो किसानों द्वारा झेली जा रही परेशनियों से अनजान है. इस दिन कार्यक्रम के जरिए किसानों की समस्याओं को लोगों तक पहुंचाया जाता है.
कैसे मनाया जाता है किसान दिवस?
किसान दिवस समारोह हर जगह अलग अलग तरीके से मनाया जाता है. स्कूल और कॉलेज में किसानों और खेती पर डिबेट आयोजित किए जाते हैं. दूसरी ओर सरकारें और संगठन भी भारतीय किसानों को खेती के क्षेत्र में नई तकनीकों की जानकारी और अपडेट्स देने में मदद करते हैं. किसान दिवस हम सभी लोगों को किसानो को धन्यवाद कहने का दिन है, क्योंकि देश के किसान कड़ी मेहनत से खेती करते हैं तभी देश भर के लोगों का पेट भरता है.
इसमें कोई संदेह नहीं है कि किसानों द्वारा बहुत सारी चुनौतियों का सामना किया जा रहा है, जिसकी वजह से हर साल सैकड़ों किसान आत्महत्या कर लेते हैं, इसलिए हमारे देश के किसानों पर बहुत ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है.