Kaal Bhairav Jayanti 2025 Wishes: काल भैरव जयंती के इन हिंदी Quotes, WhatsApp Messages, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं
काल भैरव जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

Kaal Bhairav Jayanti 2025 Wishes in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती (Kaal Bhairav Jayanti) का पर्व मनाया जाता है, जिसका हिंदू धर्म में बहुत ज्यादा महत्व है. यह पर्व भगवान शिव (Bhagwan Shiv) के रौद्र और उग्र स्वरूप काल भैरव (Kaal Bhairav) जी को समर्पित है. काल भैरव जयंती को भैरव अष्टमी या कालाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इसी दिन भगवान काल भैरव का प्राकट्य हुआ था, इसी दिन भगवान शिव ने काल भैरव के रूप में अवतार लिया था. ऐसे में इस तिथि पर उनकी पूजा करने से साधक को भय, पाप और सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है. इस साल उदयातिथि के अनुसार, 12 नवंबर 2025 को काल भरैव जयंती मनाई जा रही है.

कहा जाता है कि काल भैरव से काल भी भयभीत हो जाते हैं, इसलिए उनकी पूजा करने वाले साधकों के जीवन में किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता है. भगवान भैरव अपने भक्तों के सभी दुख दूर करते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए अपनों को काल भैरव जयंती की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- मन में बसा लें काल भैरव की मूरत,
कभी नहीं बिगड़ेगी मन की सूरत.
काल भैरव जयंती की शुभकामनाएं

काल भैरव जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

2- हर बाधा दूर हो जाएगी,
जब करेंगे काल भैरव की पूजा
न जीवन में रहेगा कष्ट,
न कोई होगा दूजा.
काल भैरव जयंती की शुभकामनाएं

काल भैरव जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

3- जिनकी शरण में झुक जाता है सारा ब्रह्मांड,
उन काल भैरव बाबा को मेरा प्रणाम.
 काल भैरव जयंती की शुभकामनाएं

काल भैरव जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

4- कष्ट मिटे, संकट हरे, हर बाधाएं हो दूर,
बाबा काल भैरव की आप पर,
ऐसी ही कृपा सदैव बनी रहे,
काल का भय भी रहे आपसे हमेशा दूर.
काल भैरव जयंती की शुभकामनाएं

काल भैरव जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

5- भगवान काल भैरव आपको,
सभी चुनौतियों पर विजय पाने की शक्ति प्रदान करें और
सभी प्रकार के कष्टों से सुरक्षित रखें.
काल भैरव जयंती की शुभकामनाएं

काल भैरव जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

भगवान शिव के पांचवें अवतार माने जाने वाले काल भैरव कई रूपों में पूजे जाते हैं. रुद्रयामल तंत्र में 64 भैरव का जिक्र मिलता है, लेकिन आमतौर पर उनके दो स्वरूपों की पूजा की जाती है. भैरव के बटुक स्वरूप को जहां सौम्य माना जाता है तो वहीं काल भैरव को उग्र माना जाता है. हाथ में त्रिशूल, तलवार और डंडा होने के कारण इन्हें दंडपाणि के नाम से भी पूजा जाता है.  काल भैरव जी की पूजा करने से साधक की सभी विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं और वो अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है.