Jupiter and Saturn Transits 2025: नए साल पर शनि और बृहस्पति की सक्रियता आपकी जीवन-यात्रा को क्या दशा-दिशा देने वाली है? जानें!
बृहस्पति और शनि का गोचर 2025 (Photo Credits: File Image)

Jupiter and Saturn Transits 2025: हम साल 2024 के अंतिम दौर में हैं, और सभी नये वर्ष 2025 के स्वागत की तैयारियां कर रहे हैं. नया साल यानी 2025 कुछ प्रमुख ग्रहों की चाल और गोचर के साथ आ रहा है. यहां हम जानने की कोशिश करेंगे कि भविष्य के गर्भ में हमारे लिए क्या छिपा है, शनि (Saturn) और गुरु (Jupiter) गोचर (Transit) हमारी जीवन यात्रा को क्या दशा-दिशा देने वाले हैं.

ज्योतिष शास्त्र में शनि और बृहस्पति ऐसे ग्रह हैं, जो हमारे जीवन को गहराई तक प्रभावित करते हैं. सामाजिक ग्रहों के रूप में जाने जाने वाले शनि और बृहस्पति दोनों न केवल हमारे व्यक्तिगत विकास को प्रभावित करते हैं, बल्कि सामाजिक रुझानों को भी प्रभावित करते हैं, भले ही अन्य ग्रहों की अपेक्षा राशि चक्र के माध्यम से ये धीमी गति से आगे बढ़ते हों. गोचर करते समय वे परिवर्तन की प्रमुख अवधियों को भी चिह्नित करते हैं, और वर्षों तक गतिमान रह सकते हैं. शनि और बृहस्पति गोचर आपकी जन्म कुंडली और जीवन यात्रा को प्रभावित कर सकते हैं. आप अपने जीवन में परिवर्तनों और आनेवाले अवसरों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. यह भी पढ़़ें: Saturn's Transit into Jupiter's Sign in 2025: इन राशि के जातकों का शुरू होगा स्वर्णिम काल! जानें कौन हैं वे भाग्यशाली?

शनि गोचर (Saturn transits) 2025 समय और तिथि

शनि 29 मार्च 2025 को रात्रि 11.01 बजे मीन राशि में गोचर करेगा.

बृहस्पति गोचर (Jupiter Transit) 2025 समय और तिथि

14 मई 2025 को रात 11.30 बजे बृहस्पति मिथुन राशि में गोचर करेगा. इसके बाद यह 18 अक्टूबर, 2025 को रात्रि 09.39 बजे कर्क राशि में प्रवेश करेगा और 5 दिसंबर, 2025 को अपराह्न 03.38 बजे मिथुन राशि में पुनः प्रवेश करेगा.

कर्म और अनुशासन का ग्रह शनि!

साल 2025 में कर्म और अनुशासन का ग्रह शनि मीन राशि में गोचर करेगा, और यहां 3 जून 2027 तक रहेगा. शनि एक ऐसे ग्रह के रूप में जाना जाता है, जो सीमाओं, जिम्मेदारियों और संरचना को नियंत्रित करता है. शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है, जो बहुतों की नजर में बहुत अशुभ ग्रह भी माना जाता है, लेकिन इसका असर बहुत तेजी से करता है. कुछ राशियों के लिए शनि 2025 का गोचर भारी और मांगलिक साबित हो सकता है, जबकि कुछ ग्रहों के लिए यह फलने-फूलने और बेहतरी के अवसर भी प्रदान कर सकता है.

ऐसे में शनि अनुष्ठान एक आशा का दीप प्रज्वलित करता है, यद्यपि शनि-अनुष्ठान बहुत आसान नहीं है, लेकिन यह अनुष्ठान इतना फायदेमंद होता है, कि गोचर के अंत तक यह आपको ऐसे-ऐसे पुण्य-लाभ देंगे, जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी. शनि सिर्फ धैर्य और आपकी सीमाओं की ही परीक्षा नहीं लेता, बल्कि भविष्य को एक ठोस आधार भी देता हैं. शनि पर भरोसा जरूर रखना चाहिए. यह भी पढे़ं: Weekly Horoscope 2024: कलाशांति ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल 2 दिसंबर से 8 दिसंबर 2024 तक

विकास और प्रचुरता का ग्रह बृहस्पति!

आमतौर पर बृहस्पति विकास, भाग्य, समृद्धि और ज्ञान के ग्रह के रूप में जाना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह ग्रह अत्यंत लाभकारी होता है. माना जाता है कि बृहस्पति ग्रह जीवन में सकारात्मकता, सौभाग्य, और नये अवसर लाता है. जैसे ही बृहस्पति ग्रह अन्य राशियों में गोचर करता है, यह आपके जीवन क्रम में विभिन्न घरों से होकर गुजरता है, इस दौरान यह जातक के घर और जीवन में ऐश्वर्य की वृद्धि करता है, आपके लिए नये अवसर के द्वार खोलता है, लेकिन ध्यान रहे कि विकास और नए अवसरों के साथ-साथ यह ग्रह आपसे कुछ जिम्मेदारियों की भी अपेक्षा रखता है. बृहस्पति उदार है, इसकी ऊर्जा भी व्यापक है, लेकिन ध्यान रहे इस दौरान जमीन पर बने रहना भी आवश्यक है, और इस समय का बुद्धिमानी से उपयोग करना चाहिए. संतुलन बनाए रखने से बृहस्पति की अवधि का ज्यादा बुद्धिमानी से उपयोग करने से बृहस्पति के उपहारों का अधिकतम लाभ उठाने में मदद मिलती है, साथ ही इस अवधि का लाभ उठाने से कोई अतिरिक्त बाधा सामने नहीं आती.

दोनों ग्रह यानी शनि और बृहस्पति हमें विस्तार और प्रतिबंधों को संतुलित करने में मदद करते हैं. दोनों एक दूसरे को कैसे संतुलित करते हैं. एक ओर बृहस्पति विकास, खोज और अवसरों को प्रेरित करता है, वहीं दूसरी ओर शनि कड़ी मेहनत, अनुशासन और संयम को प्रोत्साहित करता है. इसके साथ ही नई-नई खोजों के लिए प्रेरित करता है, जबकि शनि आपको पहले एक ठोस आधार बनाने की याद दिलाता है. ये ग्रह जब एक ही समय में गोचर करते हैं, तो उनकी ऊर्जाएं मिलकर काम करती है, और वे आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है.