International Day of Families 2019: फैमिली है तो सब कुछ है, इन छोटी-छोटी बातों से बनाएं परिवार के साथ अपना एक मजबूत रिश्ता
अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस 2019 (Photo Credits: Pixabay)

International Day of Families 2019: मई महीने के दूसरे रविवार यानी 12 मई को दुनिया भर के कई देशों में मदर्स डे सेलिब्रेट (Mother's Day Celebration) किया गया. मदर्स डे सेलिब्रेशन के बाद अब मौका है फैमिली डे यानी परिवार दिवस (Family Day) मनाने का. जी हां, हर साल 15 मई को अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस (International Day of Families) मनाया जाता है. दरअसल, हर कोई परिवार का महत्व समझ सके, इसलिए संयुक्त राष्ट्र जनरल एसेंबली ने साल 1993 में 15 मई को अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस मनाने का ऐलान किया था. इस दिवस को हर साल एक नई थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है और इस साल यानी 2019 का थीम है- परिवार और जलवायु कार्रवाई (Families and Climate Action).

यह बात तो हर कोई जानता है कि परिवार है तो सब कुछ है, लेकिन बदलाव के इस दौर में परिवार के मायने भी बदलने लगे हैं. पहले जो संयुक्त परिवार हुआ करता था वो अब छोटा होता जा रहा है. अगर हमारा संयुक्त परिवार हमारे साथ है तो हम बड़ी से बड़ी परेशानियों का सामना कर सकते हैं, लेकिन अगर हमारे पास परिवार नहीं है या फिर हम परिवार से अलग-थलग रहते हैं तो किसी भी मुसीबत का सामना करना लगभग नामुमकिन है. चलिए परिवार दिवस के इस खास मौके पर जानते हैं ऐसी ही कुछ छोटी-छोटी बातें, जिनकी मदद से आप अपने परिवार के साथ एक मजबूत रिश्ता कायम कर सकते हैं.

1- प्यार से पेश आएं

परिवार के साथ आपका प्यार भरा मजबूत रिश्ता बने, इसके लिए बेहद जरूरी है कि आप परिवार के सभी सदस्यों के साथ प्यार से पेश आएं. याद रखिए आपके द्वारा कहे गए शब्द किसी के चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं या फिर दुख पहुंचा सकते हैं. अगर परिवार के किसी सदस्य से गलती हो भी जाती है तो उसे डांटने या ऊंची आवाज में बोलने की बजाय प्यार से बात करें और मामले को सुलझाएं. इससे परिवार के साथ आपकी और आपके साथ परिवार की अच्छी समझदारी विकसित होगी. यह भी पढ़ें: Happy Mother's Day 2019 Wishes And Messages: मदर्स डे पर अपनी मां को इन शानदार WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, SMS और HD Images के जरिए दें शुभकामनाएं

2- दूसरों के बारे में सोचें

कहते हैं कि जब पांच उंगलियां मिल जाती हैं तो मुट्ठी बन जाती है, जिसे कमजोर करना बेहद मुश्किल होता है. इसी तरह जब परिवार के सभी सदस्य एक-साथ होते हैं तो कोई भी समस्या उनके सामने टिक नहीं पाती है. परिवार को एकजुट रखने के लिए यह बेहद जरूरी है कि स्वार्थी होने की बजाय दूसरों के बारे में सोचें. अगर आप खुद के लिए कुछ सोच रहे हैं तो उससे पहले अपने परिवार के सदस्यों के बारे में सोचें. जैसे घर की महिलाएं खुद खाने से पहले परिवार के सभी सदस्यों को खाना खिलाती हैं, वैसे ही दूसरों के बारे में पहले सोचकर आप अपने परिवार के दिल के बेहद करीब हो सकते हैं.

3- झूठ बोलने से बचें

अगर आपसे कोई गलती हो जाती है तो उस पर पर्दा डालने के लिए परिवार से कई झूठ बोलने की बजाय सच बोलें. यह मुमकिन है कि सच बोलने पर आपको कई बार परिवार के गुस्से का सामना भी करना पड़े, लेकिन आपकी सच बोलने की आदत आपको आपके परिवार के बेहद करीब लाने में मदद कर सकती है. अगर आपने कोई गलती की है या कोई वादा नहीं निभाया है तो सच बोले. इस तरह से आप कई तरह की समस्याओं से बच सकते हैं और परिवार के साथ आपका रिश्ता बेहद मजबूत हो सकता है.

4- माफ करना भी है जरूरी

हो सकता है कि घर का कोई सदस्य गलती कर जाए या आपके बारे में कोई गलत चीज कह जाए. ऐसे में बेवजह बात को बढ़ाने से बेहतर है कि उसे माफ कर दिया जाए और उस बात को भूला दिया जाए. जी हां, अगर आप तनाव रहित जीवन जीना चाहते हैं तो माफ करना सीख लीजिए. अगर परिवार का कोई सदस्य गलत बोलने के बाद आपसे माफी मांगता है तो उसे माफ कर दीजिए. इससे आपका रिश्ता सामान्य बना रहेगा और दिल पर कोई बोझ भी नहीं रहेगा. यह भी पढ़ें: Mother's Day 2019: इस खास अवसर पर मां को डेडिकेट करें बॉलीवुड फिल्मों के ये पांच गाने

5- शिष्टाचार का करें पालन

घर-परिवार में रहने वाले बुजर्गों और बच्चों का सम्मान करें. बच्चों और बड़ों से प्यार से पेश आना हमारे अच्छे शिष्टाचार को दिखाता है और इसका बच्चों की परवरिश पर भी सकारात्मक असर पड़ता है. परिवार में किसी को आपकी जरूरत हो तो उसकी मदद करना, किसी समस्या को शांत दिमाग से हल करना शिष्टाचार के अंतर्गत ही आता है. अगर आप परिवार में शिष्टाचार के नियमों का पालन करते हैं तो इससे आप परिवार के फेवरेट भी बन सकते हैं.

गौरतलब है कि परिवार के साथ मजबूत रिश्ता कायम करने के लिए इन सभी चीजों के साथ-साथ इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि घर के कामों में परिवार के सदस्यों का हाथ बटाएं. परिवार के सभी सदस्यों की भावनाओं का ख्याल रखें और परिवार की हर बात में बेवजह दखल देने से बचें.