Happy Gujarat Day 2021 HD Images: हैप्पी गुजरात डे! दोस्तों-रिश्तेदारों को भेजें ये आकर्षक WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, GIF Wishes और Wallpapers
गुजरात दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

Happy Gujarat Day 2021 HD Images: आज (1 मई 2021) गुजरात वासियों के लिए बेहद खास दिन है, क्योंकि आज गुजरात स्थापना दिवस (Gujarat Formation Day) मनाया जा रहा है. इस साल गुजरात राज्य अपनी स्थापना की 61वीं वर्षगांठ मना रहा है. वैसे तो हर साल गुजरात दिवस (Gujarat Day) पर कई सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) की दूसरी लहर के कारण इस उत्सव को बेहद सादगी से मनाया जा रहा है. ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नजरिए से महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले गुजरात की स्थापना 1 मई 1960 को की गई थी. दरअसल, भारत की आजादी के समय तक यह राज्य बंबई प्रेसीडेंसी का अभिन्न अंग हुआ करता था, लेकिन आजादी के बाद से ही भाषा के आधार पर अलग-अलग राज्य की मांग तेजी से उठने लगी, जिसके बाद 1 मई 1960 को भाषा के आधार पर बंबई प्रेसीडेंसी से विभाजित करके महाराष्ट्र और गुजरात राज्य का गठन किया गया.

हर साल 1 मई को गुजरात राज्य अपनी स्थापना दिवस का जश्न बहुत धूमधाम से मनाता है. तमाम गुजराती भाषियों के लिए यह दिन बेहद मायने रखता है, इसलिए इसका जश्न मनाने के लिए लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं. आप भी गुजरात दिवस पर अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को इन आकर्षक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ विशेज और वॉलपेपर्स के जरिए हैप्पी गुजरात डे कह सकते हैं.

1- हैप्पी गुजरात दिवस 2021

गुजरात दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

2- हैप्पी गुजरात दिवस 2021

गुजरात दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी गुजरात दिवस 2021

गुजरात दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

4- हैप्पी गुजरात दिवस 2021

गुजरात दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

5- हैप्पी गुजरात दिवस 2021

गुजरात दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

बता दें कि साल 1960 में एक तरफ जहां अलग गुजरात राज्य की मांग को लेकर गुजराती भाषी लोगों ने महा गुजरात आंदोलन चलाया तो वहीं मराठी भाषियों ने अपने लिए अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन किया. भाषा के आधार पर अलग-अलग राज्य की मांग उठने के बाद 1 मई 1960 को तत्कालीन नेहरू सरकार ने बंबई प्रेसीडेंसी के तहत आने वाले इन दोनों प्रदेशों को दो राज्यों में विभाजित करते हुए महाराष्ट्र और गुजरात राज्य की स्थापना की.