Guru Purnima 2022 Messages in Hindi: बिना गुरु के किसी को ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो पाती है, इसलिए कहा जाता है कि बिना गुरु के हम इस दुनिया में कुछ भी नहीं सीख सकते हैं. गुरु अपने शिष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं, इसलिए उनके प्रति सम्मान और आभार जाहिर करने के लिए गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) का पर्व मनाया जाता है. आज यानी 13 जुलाई 2022 को गुरु पूर्णिमा मनाई जा रही है, जिसे वेद व्यास पूर्णिमा (Ved Vyas Purnima) के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू मान्यता के अनुसार, आषाढ़ पूर्णिमा (Ashadha Purnima) की पावन तिथि पर ही महाभारत के रचयिता महर्षि वेद व्यास जी (Maharishi Ved Vyas) का जन्म हुआ था. सनातन धर्म में महर्षि वेद व्यास जी को प्रथम गुरु का दर्जा प्राप्त है, इसलिए इस दिन गुरु की पूजा की जाती है. ये भी पढ़ें- Fasts & Festivals of July 2023: जुलाई में शिव-भक्तों पर होगी भगवान शिव की कृपा! जानें इस माह के व्रत एवं पर्वों की सूची!
महर्षि वेद व्यास जी को श्रीमद्भागवत, महाभारत, ब्रह्मसूत्र के अलावा 18 पुराणों का रचयिता माना जाता है. इसके अलावा मानव जाति तक चारों वेदों का ज्ञान पहुंचाने का श्रेय भी उन्हीं को जाता है. सनातन धर्म में गुरु को भगवान का दर्जा दिया गया है, इसलिए गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु पूजन की परंपरा है. ऐसे में आप इन मैसेजेस, वॉट्सऐप ग्रीटिंग्स, फेसबुक विशेज, कोट्स, जीआईएफ इमेजेस के जरिए अपने गुरु का आभार जता सकते हैं.
1- गुरु बिन ज्ञान नहीं,
ज्ञान बिन आत्मा नहीं,
ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म,
सब गुरु की ही देन हैं.
हैप्पी गुरु पूर्णिमा
2- अक्षर-अक्षर हमें सिखाते,
शब्द-शब्द का अर्थ बताते,
कभी प्यार से कभी डांट से,
जीवन जीना हमें सिखाते.
हैप्पी गुरु पूर्णिमा
3- माता-पिता ने जन्म दिया पर,
गुरु ने जीने की कला सिखाई है,
ज्ञान, चरित्र और संस्कार की,
हमने उनसे शिक्षा पाई है...
हैप्पी गुरु पूर्णिमा
4- गुरु की महिमा है अगम,
गाकर तरता शिष्य,
गुरु कल का अनुमान कर,
गढ़ता आज भविष्य.
हैप्पी गुरु पूर्णिमा
5- सही क्या है, गलत क्या है ये सबक पढ़ाते हैं आप,
झूठ क्या है और सच क्या है ये बात समझाते हैं आप,
जब सूझता नहीं कुछ भी हमको,
तब राहों को सरल बनाते हैं आप.
हैप्पी गुरु पूर्णिमा
इस बार की गुरु पूर्णिमा पर मंगल, बुध, गुरु और शनि की स्थिति के चलते राजयोग का निर्माण हो रहा है. इस दिन रुचक, भद्र, हंस और शश नाम के 4 राजयोग बन रहे हैं, जबकि कई सालों बाद सूर्य-बुध की युति से इस दिन बुधादित्य योग भी बन रहा है. कहा जाता है कि जो लोग अपने गुरु का सम्मान करते हैं, उनके जीवन में कभी कोई समस्या नहीं आती है. गुरु पूर्णिमा पर लोग अपने गुरु की पूजा करते हैं और उनके चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लेते हैं.