Guru Nanak Jayanti Wishes in Hindi: गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव (Guru Nanak Dev Ji) की याद में मनाई जाती है. उन्होंने धर्म में एक नई लहर की शुरुआत की. 10 सिख गुरुओं में सबसे पहले गुरु नानक देव जी का जन्म 1469 में लाहौर के पास तलवंडी में हुआ था. दुनिया भर के सभी सिख समुदाय इस दिन जुलूस निकालते हैं, भजन सुनाते हैं और गुरु ग्रंथ साहिब (Guru Granth Sahib) का पाठ करते हैं. हिंदू कैलेंडर के अनुसार गुरु नानक जयंती कार्तिक के महीने (अक्टूबर या नवंबर के महीने) में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. गुरु नानक 10 सिख गुरुओं के साथ-साथ सिख धर्म के संस्थापक थे.
भारत में गुरु नानक जयंती परंपरागत रूप से गुरु नानक जयंती एक सिख त्योहार है और इसे भारत में केंद्र सरकार की छुट्टी या राजपत्रित अवकाश के रूप में घोषित किया गया है. यह त्योहार उन राज्यों में विशेष रूप से मनाते हैं जहां सिख ज्यादा रहते हैं, यह दिन मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा में बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है. इस दिन गुरुद्वारों को सजाया जाता है और लंगर लगता है, इस लंगर में सभी खाना खाते हैं और बाबी जी का आशीर्वाद लेते हैं. इस दिन सिख गरीबों को दान करते हैं और अपने प्रियजनों को गुरुनानक जयंती की शुभकामनाएं देते हैं, अगर आप भी अपने प्रियजनों को इस दिन की बधाई देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मैसेजेस भेजकर दे सकते हैं.
1- गुरु नानक देव जी के सद्कर्म,
हमें सदा दिखाएंगे राह,
वाहे गुरु के ज्ञान से,
सबके बिगड़े हुए कामकाज बन जाएंगे.
गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं
2- हो लाख-लाख बधाई आपको,
गुरु नानक का आशीर्वाद मिले आपको,
खुशी का जीवन से रिश्ता हो ऐसा,
दीये का बाती संग रिश्ता है जैसा.
गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं
3- खुशियां और आपका जन्म-जन्म का साथ हो,
हर किसी की जुबान पर आपकी हंसी की बात हो,
जीवन में कभी कोई मुसीबत आए भी तो,
आपके सर पर गुरु नानक का हाथ हो.
गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं
4- राज करेगा खालसा,
बाके रहे ना कोए,
वाहेगुरु जी का खालसा,
वाहे गुरु जी की फतेह...
गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं
5- गुरु नानक तुम हो प्राण पियारे,
तुम बिन जग से मुझे कौन तारे,
आकर दे दो दर्शन गुरुवर मुझको,
अपना बना लो प्रभु अब तो मुझको.
गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं
अपने जीवन के अंतिम चरण में वह अपने घर करतारपुर वापस चले गए जहां, उनका पूरा परिवार एक साथ रहता था. उनके भक्त मरदाना भी उनके साथ रहते थे. गुरु नानक की मृत्यु 1538 में 69 वर्ष की आयु में हुई. हमारी ओर से आप सभी को गुरपूरब यानी गुरुनानक जयन्ती की शुभकामनाएं!