Ganga Dussehra 2022 Messages: शुभ गंगा दशहरा! शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Wishes, Facebook Greetings, GIF Images और Quotes
गंगा दशहरा 2022 (Photo Credits: File Image)

Ganga Dussehra 2022 Messages in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) का पावन पर्व मनाया जाता है. आज यानी 9 जून 2022 को गंगा दशहरा का यह त्योहार मनाया जा रहा है. मान्यता है कि इस दिन गंगा नदी (Ganga River) में आस्था की डुबकी लगाने मात्र से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं. इस बार गंगा दशहरा पर 4 अद्भुत संयोग बन रहे हैं. ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, इस बार मां गंगा के अवतरण दिवस यानी गंगा दशहरा के दिन ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति बेहद शुभ रहने वाली है. इस दिन सूर्य देव और बुध वृषभ राशि में मौजूद रहेंगे, जिसके कारण बुधादित्य योग बन रहा है. इसके साथ ही रवि योग और हस्त नक्षत्र के साथ-साथ व्यतिपात योग का निर्माण हो रहा है. हस्त नक्षत्र में ही मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था, इसलिए गंगा दशहरा के दिन बन रहे इस योग को अत्यंत शुभ माना जा रहा है.

गंगा दशहरा के दिन देश के कोने-कोने से आकर लोग पतित पावनी व मोक्षदायिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाते हैं. इस दिन गंगा नदी में स्नान करने और दान-पुण्य करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी किया जाता है. इस अवसर पर आप भी इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस और कोट्स के जरिए सभी को शुभ गंगा दशहरा विश कर सकते हैं.

1- बचाकर रखना गंगा को,

जरूरत कल भी बहुत होगी,

यकीनन आने वाली पीढ़ी,

इतनी पाक भी नहीं होगी.

शुभ गंगा दशहरा

गंगा दशहरा 2022 (Photo Credits: File Image)

2- मैं पतित पावनी गंगा,

रखो तुम मेरा मान,

छोड़कर गुणगान मेरा,

चलाओ स्वच्छता अभियान.

शुभ गंगा दशहरा

गंगा दशहरा 2022 (Photo Credits: File Image)

3- जिस प्रकार देवताओं को अमृत,

पितरों को स्वधा और नागों को सुधा तृप्तिकारक है,

उसी प्रकार मनुष्यों को गंगाजल तृप्तिकारक है.

ऐसी पतित पावनी गंगा मैया को प्रणाम है.

शुभ गंगा दशहरा

गंगा दशहरा 2022 (Photo Credits: File Image)

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4- शिव की जटाओं से निकली गंग धारा,

जिसने पापों से तार दिया जग सारा.

शुभ गंगा दशहरा

गंगा दशहरा 2022 (Photo Credits: File Image)

5- युगों-युगों से बहती आई,

मैं हूं चिर निरंतर बहती गंगा,

तार दूंगी तुम्हारी पीढ़ियां,

अगर स्वच्छ रहेगा गंगाजल.

शुभ गंगा दशहरा

गंगा दशहरा 2022 (Photo Credits: File Image)

हिंदू धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, पतित पावनी और मोक्षदायिनी मां गंगा जिस दिन धरती पर जगत के कल्याण के लिए अवतरित हुई थीं, उस पावन तिथि को गंगा दशहरा के तौर पर मनाया जाता है. कहा जाता है कि ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मां गंगा भगवान शिव की जटाओं से होते हुए धरती पर अवतरित हुई थीं, इसलिए इस दिन गंगा दशहरा का त्योहार बहुत हर्षोल्लास से मनाया जाता है. हिंदू धर्म में गंगा नदी को बेहद पवित्र कहा गया है, क्योंकि माना जाता है कि गंगा में आस्था की डुबकी लगाने व दान-पुण्य करने से लोगों को समस्त पापों से मुक्ति मिलती है.