Durga Puja 2023 Wishes: शुभ दुर्गा पूजा! प्रियजनों संग शेयर करें ये खूबसूरत GIF Greetings, Photo Wishes, HD Wallpapers और WhatsApp Status
दुर्गा पूजा 2023 (Photo Credits: File Image)

Durga Puja 2023 Wishes in Hindi: शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) का छठा दिन बंगाली समुदाय के लोगों के लिए बेहद खास होता है, जिसे महा षष्ठी (Maha Shashti) कहते हैं और इसी दिन से पांच दिवसीय दुर्गा पूजा (Durga Puja) का भव्य शुभारंभ होता है. इस साल दुर्गा पूजा की शुरुआत 20 अक्टूबर 2023, शुक्रवार से हो रही है और समापन 24 अक्टूबर 2023 को विजयादशमी (Vijayadashami) के साथ होगा. यूं तो दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत महालया (Mahalaya) से ही हो जाती है, क्योंकि इसी दिन मां दुर्गा कैलाश पर्वत से धरती पर आती हैं और इसी दिन देवी दुर्गा (Maa Durga) के नेत्र बनाए जाते हैं, जिसे चक्षुदान कहा जाता है. महालया के अगले दिन अश्विन शुक्ल प्रतिपदा से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है, जबकि वास्तविक दुर्गा पूजा का आगाज अश्विन शुक्ल षष्ठी से होता है. इस पांच दिवसीय उत्सव का आखिरी दिन विजयादशमी होता है और इसी दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन कर उन्हें विदाई दी जाती है.

वैसे तो दुर्गा पूजा बंगाली समुदाय के लोगों का विशेष पर्व है, लेकिन इसे हर कोई पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाता है. इस दिन हर कोई अधर्म पर धर्म और बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर मनाए जाने वाले इस पर्व की शुभकामनाएं देता है. ऐसे में आप भी इन खूबसूरत विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो विशेज, एचडी वॉलपेपर्स और वॉट्सऐप स्टेटस के जरिए प्रियजनों को शुभ दुर्गा पूजा कह सकते हैं.

1- दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं

दुर्गा पूजा 2023 (Photo Credits: File Image)

2- दुर्गा पूजा की हार्दिक बधाई

दुर्गा पूजा 2023 (Photo Credits: File Image)

3- दुर्गा पूजो 2023

दुर्गा पूजा 2023 (Photo Credits: File Image)

4- शुभो दुर्गा पूजो

दुर्गा पूजा 2023 (Photo Credits: File Image)

5- हैप्पी दुर्गा पूजा

दुर्गा पूजा 2023 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि शारदीय नवरात्रि के छठे दिन महा षष्ठी तिथि यानी दुर्गा पूजा के पहले दिन बंगाली समुदाय के लोग ढाक-ढोल, शानदार दावत, बोधन निमंत्रण और पूजा-अनुष्ठान के साथ मां दुर्गा का धूमधाम से स्वागत करते हैं. इस दिन शंख की ध्वनि और ढोल की आवाज के साथ मां दुर्गा के चेहरे का अनावरण किया जाता है, फिर षष्ठी तिथि से लेकर दशमी तिथि तक मां दुर्गा की उपासना की जाती है और विजयादशमी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है.