Buddha Jayanti 2023 Quotes: बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान गौतम बुद्ध (Bhagwan Gautam Buddha) के जन्मोत्सव को हर साल बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि वैशाख पूर्णिमा (Vaisakh Purnima) के दिन उनका जन्म हुआ था और इसी पावन तिथि पर उन्हें ज्ञान की प्राप्ति भी हुई थी, इसलिए बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बुद्ध पूर्णिमा यानी बुद्ध जयंती (Buddha Jayanti) का अधिक धार्मिक महत्व है. आज यानी 5 मई 2023 को गौतम बुद्ध का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. आपको बता दें कि इस उत्सव को भारत के अलावा श्रीलंका, इंडोनेशिया और मलेशिया में बौद्ध धर्म के अनुयायियों और हिंदुओ द्वारा मनाया जाता है. गौतम बुद्ध ने राजकुमार सिद्धार्थ गौतम के रूप में लुंबिनी (आधुनिक नेपाल) के एक क्षेत्र में जन्म लिया था. उन्होंने दुनिया को पंचशील उपदेश दिए थे, जिसमें हिंसा न करना, चोरी न करना, व्यभिचार न करना, झूठ न बोलना और नशा न करना इत्यादि शामिल है.
बौद्ध धर्म की स्थापना करने के साथ ही गौतम बुद्ध ने पूरे विश्व को सत्य, शांति और मानवता का संदेश दिया था. उनके द्वारा दिए गए उपदेशों का पालन बौद्ध धर्म के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी करते हैं. भगवान गौतम बुद्ध के महान विचार आज भी मन को शांति और जीवन को नई दिशा प्रदान करने में सहायता करते हैं, इसलिए बुद्ध पूर्णिमा पर आप उनके इन 10 महान विचारों को अपनों संग शेयर भी कर सकते हैं.
1- झरना बहुत शोर मचाता है, लेकिन सागर गहरा और शांत होता है.
2- हमेशा याद रखें कि बुरा कार्य अपने मन में बोझ रखने के समान है.
3- एक पल एक दिन को बदल सकता है, एक दिन एक जीवन को बदल सकता है, और एक जीवन इस दुनिया को बदल सकता है.
4- जो व्यक्ति सच्चाई की तलाश नहीं करते, वे जीवन जीने के असली उद्देश्य से भटक गए हैं.
5- निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं, वही जीवन में शांति पाते हैं.
6- मन सभी मानसिक अवस्थाओं से ऊपर होता है.
7- क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं.
8- बुराई अवश्य रहना चाहिए, तभी तो अच्छाई इसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सकती है.
9- अज्ञानी आदमी एक बैल के समान है. वह ज्ञान में नहीं, आकार में बढ़ता है.
10- क्रोध को प्यार से, बुराई को अच्छाई से, स्वार्थी को उदारता से और झूठे व्यक्ति को सच्चाई से जीता जा सकता है.
गौरतलब है कि बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार हिंदू धर्म के लोगों के लिए भी खासा महत्व रखता है, क्योंकि उन्हें भगवान विष्णु का नौंवा अवतार माना जाता है, इसलिए इस दिन गौतम बुद्ध के अलावा भगवान विष्णु की भी पूजा की जाती है. गौतम बुद्ध को एक असाधारण दार्शनिक, आध्यात्मिक मार्गदर्शक, ध्यानी और तपस्वी माना जाता है. उन्होंने बोधगया में एक बरगद के वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त किया था, फिर दुनिया को अहिंसा, शांति, दया, धर्म और निर्वाण के अंतिम मार्ग का उपदेश दिया था. बुद्ध पूर्णिमा के उत्सव को श्रीलंका, म्यांमार, कंबोडिया, जावा, इंडोनेशिया, तिब्बत और मंगोलिया जैसे देशों में वेसाक के तौर पर मनाया जाता है.