Bijoya Dashmi 2024 Wishes: बिजोया दशमी (Bijoya Dashmi 2024) एक हिंदू त्यौहार है जो भगवान राम की रावण पर जीत का प्रतीक है. यह राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत और नवरात्रि के अंत को चिह्नित करने के लिए भी मनाया जाता है. दशहरा (Dussehra) या विजयादशमी (Vijyadashami) बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह अश्विन या कार्तिक महीने के दसवें दिन पड़ता है. दशहरा मुख्य रूप से हिंदू भगवान राम की लंका के राजा रावण पर विजय का उत्सव है. इस दिन पूरे देश में जुलूस निकाले जाते हैं, जिसमें दुर्गा, सरस्वती, गणेश, लक्ष्मी और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को पास की नदियों या समुद्र में ले जाकर विसर्जित किया जाता है. यह भी पढ़ें: Dream Science & Maa Durga: सपने में माँ दुर्गा का दिखना क्या संकेत हो सकता है? जानें क्या स्वप्न शास्त्र कहता है?
इसके अलावा, बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में रावण के पुतले जलाए जाते हैं और आतिशबाजी करके जश्न मनाया जाता है. साथ ही, दिवाली या दीपावली उत्सव की तैयारियां भी शुरू हो जाती हैं. हर साल दशहरा का त्यौहार बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है. देश भर में लोग इस अवसर पर अपने अनोखे अंदाज़ में हिस्सा लेते हैं. यह वह दिन है जब भगवान राम ने दस सिर वाले रावण का वध किया था. विजयादशमी हिंदू धर्म में एक शुभ त्यौहार है और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है. देश के हर इलाके में इसे मनाने की अपनी अलग-अलग परंपराएं हैं. इस अवसर पर आप भी इन शानदार एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटोज और वॉलपेपर्स को भेजकर प्रिजयनों से हैप्पी दशहरा कह सकते हैं.
আজ দশমী সিঁদুর খেলা
মায়ের এবার ফেরার পালা
চোখের জলে বিদায় বলা
শুভ বিজয়া দশমী ২০২৪
আসছে বছর আবার মা আসবেন আমাদের ঘরে। শুভ বিজয়া দশমী
ঢাকে পড়ল কাঠি, পুজো কাটল জমজমাটি
আজ মায়ের ফেরার পালা, তাই জানাই এই বেলা
শুভ বিজয়ার পণাম ও ভালোবাসা সকলকে
বাজে ঢোল, বাজে ঢাক
শুনে সবার লাগে তাক।
বিসর্জনে সবাই যাবে
হাসি কান্না দুই পাবে।
সুখ, দুঃখ মিলে মিশে
শুভ বিজয়া জানাই শেষে
তোমাদের জীবনে আনন্দ, সমৃদ্ধি, সাফল্য লেগে থাকুক
বিজয়া দশমী উপলক্ষে তোমাদের সকলকে জানাই অনেক অনেক শুভেচ্ছা।
বিজয়া দশমী ২০২৪
दशहरा या विजयादशमी का त्यौहार देश के विभिन्न भागों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है. कुछ इलाकों में लोग सार्वजनिक जुलूस निकालते हैं, तो कुछ इलाकों में वे रामलीला में हिस्सा लेते हैं. कुछ शहरों में रावण दहन का आयोजन किया जाता है. इस त्यौहार की सबसे खास बात पटाखे फोड़ना और दावत खाना है. इस अवसर पर भारत में कई जगहों पर रंग-बिरंगी प्रदर्शनी और मेले आयोजित किए जाते हैं. इसके अलावा, लोग दशहरा के त्यौहार से दस दिन पहले से ही पूरी रामायण का मंचन करते हैं। 2024 में दशहरा की छुट्टियों के दौरान भी उत्सव मनाया जाता है.