
Bihar Diwas 2025 Messages: बिहार दिवस (Bihar Diwas) या बिहार डे (Bihar Day) 22 मार्च को मनाया जाता है. इस दिन 1912 में बिहार और उड़ीसा को बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग-अलग राज्यों के रूप में निकाला गया था. बिहार दिवस 2025 पूरे राज्य में सार्वजनिक अवकाश है क्योंकि केंद्र और राज्य सरकार के तहत कार्यालय, संगठन, बैंक और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे. बिहार सरकार ने पूरे दिन मनाने के लिए बहुसांस्कृतिक कार्यक्रमों और कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का समन्वय किया है. यह उत्सव बिहार राज्य में लोगों के गौरव को बहाल करने के इरादे से आयोजित किया गया था. यह भी पढ़ें: Bihar Diwas 2025: बिहार दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? जानें बिहार का इतिहास एवं इससे जुड़े कुछ रोचक फैक्ट!
बिहार 1912 में बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग होकर बिहार के एक अलग राज्य के रूप में स्थापित होने की याद दिलाता है. बिहार दिवस की शुरुआत 2010 में हुई थी, जब राज्य सरकार ने बिहार के 112वें राज्यत्व वर्षगांठ के उपलक्ष्य में समारोह की शुरुआत की थी. तब से, बिहार दिवस एक जीवंत अवसर के रूप में विकसित हुआ है, जो बिहार की समृद्ध विरासत और परंपराओं के सार को दर्शाता है. यह महत्वपूर्ण अवसर बिहार के समृद्ध इतिहास, संस्कृति और राष्ट्र के लिए योगदान का सम्मान करता है. विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और उत्सवों के माध्यम से बिहार दिवस अपने लोगों के बीच एकता, गौरव और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देता है. ऐसे में आप इन शानदार मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, शायरी, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और फोटो एसएमएस को भेजकर प्रियजनों से हैप्पी बिहार दिवस कह सकते हैं.
1. विश्व को लोकतंत्र की राह दिखाने वाले ज्ञान व संस्कृति की भूमी
को बिहार दिवस की हार्दिक बधाई

2. बिहारी नाम है उस इंसान का,
जो पक्का है अपने ईमान का
बिहार दिवस की शुभकामनाएं

3. विश्व को प्रथम लोकतंत्र, अहिंसा, सदभाव, करूणा व प्रेम का सन्देश देने वाली
ज्ञान एवं संघर्ष की भूमि बिहार के स्थापना दिवस की बधाई

4. दुनिया टाइम के अनुसार चलती हैं,
और बिहारी अपनी ज़िद के अनुसार
बिहार दिवस की बधाई

5. बिहारी बंदूक के ट्रिगर पे नहीं,
बल्कि खुद के जिगर पे जीते है
बिहार दिवस की शुभकामनाएं

बिहार दिवस का जश्न भारत की सीमाओं से बाहर भी मनाया जाता है, दुनिया भर के बिहारी इस अवसर को संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, बहरीन, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, स्कॉटलैंड, ऑस्ट्रेलिया, त्रिनिदाद और टोबैगो और मॉरीशस जैसे देशों में मनाते हैं. यह वैश्विक उत्सव बिहार की सांस्कृतिक विरासत के प्रति व्यापक श्रद्धा और दुनिया भर में बिहारियों के बीच साझा किए गए स्थायी बंधन को दर्शाता है.