अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) जिसे अखा तीज (Akha Teej) के नाम से भी जाना जाता है, एक अत्यधिक शुभ हिंदू त्योहार है. ऐसा माना जाता है कि यह दिन सौभाग्य और सफलता लाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया वैशाख महीने में शुक्ल पक्ष तृतीया के दौरान आती है. अक्षय तृतीया एक संस्कृत शब्द है, जहां 'अक्षय' का अर्थ है 'शाश्वत, आनंद, सफलता और आनंद की कभी कम न होने वाली भावना' और 'तृतीया' का अर्थ 'तीसरा' है. अत: इस दिन कोई भी जप, यज्ञ, पितृ-तर्पण, दान-पुण्य करने के लाभ कभी कम नहीं होते और हमेशा के लिए व्यक्ति के साथ रहते हैं. अक्षय तृतीया पर, ज्यादातर लोग सोना खरीदते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन सोना खरीदने से भविष्य में समृद्धि और अधिक धन आता है. यह भी पढ़ें: Akshaya Tritiya 2021: अक्षय तृतीया 2021 कब है? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसका महत्व
ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार अक्षय तृतीया हर साल अप्रैल या मई के महीने में आती है. इस बार 14 मई 2021 को अक्षय तृतीया है. तृतीया तिथि 14 मई 2021 को 05:38 बजे शुरू होगी और 15 मई 2021 को 07:59 बजे समाप्त होगी. अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त 05:38 से 12:18 बजे तक है. जिसकी अवधि: 06 घंटे 40 मिनट है. अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. जो हिंदू त्रिमूर्ति में संरक्षक भगवान हैं. इस दिन लोग अपने प्रियजनों को ग्रीटिंग्स भेजकर शुभकामनाएं देते हैं, आप भी नीचे दिए गए विशेज भेजकर प्रियजनों को शुभकामानाएं दे सकते हैं.
1- अक्षय तृतीया आई है,
संग खुशियां लाई है,
सुख- समृद्धि पाई है,
प्रेम की बहार छाई है.
2- दिनों दिन बढ़ता जाए आपका कारोबार,
परिवार में बना रहे स्नेह और प्यार,
होती रहे सदा आप पर धन की बौछार,
ऐसा हो आपका अक्षय तृतीया का त्योहार,
अक्षय तृतीया की शुभकामनाएं.
3- आपके घर में धन की बरसात हो,
लक्ष्मी का वास हो,
संकटों का नाश हो,
शांति का वास हो,
हैप्पी अक्षय तृतीया.
4- सोने का रथ, चांदी की पालकी
बैठकर जिसमें मां लक्ष्मी हैं आई,
देने आपके परिवार को अक्षय तृतीया की बधाई.
अक्षय तृतीया की शुभकामनाएं.
5- शुभ अवसर पर शुभ संदेश,
शुभ दिन का आरंभ हो खास,
अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर,
भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का हो घर में वास.
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन त्रेता युग शुरू हुआ था. आमतौर पर अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती (भगवान विष्णु के छठे अवतार) की जयंती उस दिन पड़ती है. हालांकि, अक्षय तृतीया कभी-कभी परशुराम जयंती के एक दिन पहले पड़ सकता है.