Eid-al-Fitr 2021 Date In Mumbai, Hyderabad, South India: दुनियाभर मे रमजान (Ramadan 2021) का पवित्र महीना बस खत्म होने वाला है. अल्लाह की इबादत का सबसे पवित्र महीना रमजान का आज 29वां रोजा है. अगर मुंबई, हैदराबाद, दक्षिण भारत में शव्वाल का चांद आज देखा गया तो ईद-उल-फित्र (Eid ul Fitr) कल (13 मई) मनाई जाएगी अगर आज चांद का दीदार नहीं हुआ तो ईद 14 मई को मनाई जाएगी. शेष भारत के विपरीत, केरल में रमजान एक दिन पहले शुरू हुआ था. इसलिए वहां 13 मई को ईद का त्योहार मनाया जाएगा. Eid Mubarak 2021: फितरा क्या है? ईद से पहले मुसलमान फितरा क्यों देते हैं? जानें फर्क है फितरा और जकात में!
दरअसल हिजरी कैलेंडर के अनुसार रमजान के पश्चात आने वाला महीना होता है शव्वाल. ऐसे में जब तक शव्वाल का पहला चांद नहीं दिखाई देता है, रमादान के महीने को पूरा नहीं माना जाता. शव्वाल का चांद नजर आने पर माना जाता है कि रमादान का महीना मुक्कमल हुआ, इस वजह से ईद अगले दिन मनाई जाती है.
ईद की शुरूआत सुबह दिन की पहली नमाज के साथ होती है. जिसे सलात अल-फज्र भी कहा जाता है. इसके बाद पूरा परिवार कुछ मीठा खाता है. फिर नए कपड़े पहनकर लोग ईद की नमाज पढ़ने के लिये जाते हैं. ईद की नमाज पढ़ने के बाद एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते है. हालांकि इस साल भी भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप और लॉकडाउन (Lockdown) जैसे प्रतिबंधों के चलते लोग अपने घरों में रहकर अल्लाह की इबादत करते हुए रमजान की सारी रस्में अदा कर रहे हैं.
ईद का त्योहार सबको साथ लेकर चलने का संदेश देता है. ईद पर हर मुसलमान चाहे वो अमीर हो या गरीब हो सभी एक साथ नमाज पढ़ते हैं और एक दूसरे को गले लगाते हैं. इस्लाम में चैरिटी ईद का एक मुख्य पहलू है. हर मुसलमान को पैसा, खाना और कपड़े के रूप में कुछ न कुछ दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. कोरोना काल में कई मुसलमान भाईयों ने दिल खोलकर दान दिया और महामारी से पीड़ित लोगों की मदद की.