Earth Day 2022: क्यों मनाया जाता है पृथ्वी दिवस? जानें क्या है इसका इतिहास. महत्व तथा मकसद
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण के प्रति सार्वजनिक जागरुकता का प्रचार-प्रसार करना और लोगों को पृथ्वी के भीतर से लेकर ऊपर तक के हिस्सों के संरक्षण के लिए प्रोत्साहित करना है. आइये जानने की कोशिश करते हैं पर्यावरण से पृथ्वी दिवस का संबंध तथा क्यों और कैसे मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस.

पृथ्वी दिवस का इतिहास!

सितंबर 1969 में वाशिंगटन में एक विशेष सम्मेलन में अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने घोषणा की कि अगले वर्ष यानी 1970 में पर्यावरण पर राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया जायेगा. इस दिशा में फिल्म एंड टीवी अभिनेता एड्डी अल्बर्ट ने पर्यावरण सुरक्षा एवं पृथ्वी दिवस शुरु करने के संदर्भ में काफी कार्य किया था. इसके बाद जेराल्ड सांता-बारबरा घूमने चले गये. दुर्भाग्यवश उन्हीं दिनों भयंकर तेल रिसाव हो गया, जिसकी वजह से स्मॉग एवं नदियों के जल प्रदूषित हो गये, और काफी जलीय जीव-जंतु मारे गये. यह देखकर वे इतने क्रोधित हुए कि उन्होंने अपनी यात्रा बीच में ही रोककर वाशिंगटन लौट आए. उन्होंने 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाने के संदर्भ में एक बिल पारित किया. यह तिथि उन्होंने इसलिए चुनी थी, क्योंकि पर्यावरण और पृथ्वी दिवस हेतु व्यापक योगदान देने वाले अभिनेता अल्बर्ट की जन्म इसी दिन हुआ था. वे इस दिन को अभिनेता के नाम समर्पित करना चाहते थे. गौरतलब है कि अल्बर्ट ने एक टीवी शो ‘ग्रीन एकर्स’ में प्रमुख भूमिका भी निभाई थी, जिसकी वजह से तत्कालीन सांस्कृतिक और पर्यावरण चेतना पर काफी असर डाला था.

अधिकांश देशों ने इसे मान्यता देने की दूरदर्शिता दिखाई!

कहते हैं कि अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड के इस मिशन की शुरुआत 20 लाख अमेरिकियों के सहयोग से हुई थी. स्वस्थ एवं स्थायी पर्यावरण से संबंधित इस मिशन के महत्व को देखते हुए धीरे-धीरे काफी देश इस मिशन से जुड़ते गये. आज लगभग 200 देशों में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है, और इस तरह एक राष्ट्रीय दिवस अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.

पृथ्वी दिवस का महत्व एवं मकसद

विश्व में बढ़ती जनसंख्या तथा औद्योगीकरण से आये दिन पृथ्वी पर खतरे मंडरा रहे हैं. कटते वृक्षों, भूमिगत जलों के बेहिसाब दोहन एवं बढ़ते प्रदूषणों से प्रकृति का चक्र लगातार अनियमित होता जा रहा है. पर्यावरणविदों का चेतावनी भरे शब्दों में कहना है कि अगर समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो पृथ्वी का रूप विकराल होता जायेगा. विश्व पृथ्वी दिवस मनाने का महत्व एवं उद्देश्य यही है हर व्यक्ति पृथ्वी एवं पर्यावरण के प्रति गंभीरता के साथ इसका संरक्षण करें. पर्यावरण विशेषज्ञों ने आम लोगों को चैतन्य करते हुए कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के मकसदों को पूरा करने के लिए आम लोगों को आगे आना होगा, वरना प्रकृति और पृथ्वी के कोप का भाजन हर व्यक्ति को बनना पड़ेगा.