World Earth Day 2024: क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस? जानें इसका महत्व, इतिहास एवं भारत में इसका सेलिब्रेशन!
World Earth Day

प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को ‘विश्व पृथ्वी दिवस’ मनाया जाता है. इस दिवस विशेष को मनाने का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को पर्यावरण के संदर्भ में जागरूक करना साथ ही लोगों का ध्यान उस जलवायु की तरफ आकर्षित करना है, जिसमें लगातार प्रदूषण का विष घुल रहा है. विश्व पृथ्वी दिवस का मुख्य मकसद पृथ्वी पर लगातार बढ़ते प्रदूषण के प्रति लोगों को सचेत करना है. दुनिया भर में जिस तेजी से जल एवं वायु में प्रदूषण फैल रहा है, इसे देखते हुए प्रदूषित जलवायु की संरक्षा करना हर मानव का नैतिक कर्तव्य बन गया है. आइये जानते हैं, विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर इसके महत्व, इतिहास, उद्देश्य एवं पृथ्वी पर बढ़ रहे पर्यावरण पर कुछ महत्वपूर्ण फैक्ट के बारे

विश्व पृथ्वी दिवस का इतिहास

पृथ्वी पर भिन्न-भिन्न स्रोतों से फैल रहे प्रदूषण से पृथ्वी पर बुरा असर पड़ रहा है. इसे देखते हुए साल 1969 में सैन फ्रांसिस्को में आयोजित यूनेस्को के एक सम्मेलन प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाने की घोषणा हुई थी. इस तरह पहली बार 22 अप्रैल 1970 को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया, और इस प्रक्रिया में हिस्सा लिया अमेरिका के विस्कॉन्सिन के सीनेट गेलार्ड नेल्सन ने प्रदूषण, जैव विविधता क्षति और अन्य समस्याओं के बारे में बढ़ती चिंताओं को देखते हुए पृथ्वी दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी. यह भी पढ़ें : World Heritage Day 2024: कब है विश्व विरासत दिवस? जानें इसका महत्व, इतिहास एवं इससे जुड़े कुछ रोचक फैक्ट!

क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस?

पर्यावरण के निरंतर बिगड़ते स्वरूप के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है. यह दिवस हमारी पृथ्वी और उसके पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा के महत्व की याद दिलाता है. पहला पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल, 1970 को मनाया गया था और तब से पृथ्वी के हर मानव के लिए यह एक वैश्विक कार्यक्रम बन गया है, जिसमें करोड़ों लोग वृक्षारोपण, सफाई अभियान, शैक्षिक पहल जैसी गतिविधियों में शामिल होकर दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं, और पृथ्वी की सुरक्षा और संरक्षा के लिए यह अत्यंत आवश्यक है.

भारत में कैसे मनाएं विश्व पृथ्वी दिवस?

दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में भी पर्यावरणीय स्थिति अच्छी नहीं है, जिसका असर भारत की जलवायु पर पड़ रहा है. भारत में विश्व पृथ्वी दिवस के संरक्षण और पर्यावरण के महत्व को समझने वाले कुछ महत्वपूर्ण टिप्स यहां दिये जा रहे हैं. जिसे अमल में लाकर हम पृथ्वी की सुरक्षा में अपना अंशदान दे सकते हैं.

* पौधरोपण अभियान: विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर हमें पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए. स्कूल, कॉलेज, कार्यालय या समुदाय के सदस्यों को मिलकर पौधे लगाएं.

* संगठन कार्यक्रमः एक संगठन कार्यक्रम आयोजित करें, जिसमें प्रदूषण नियंत्रण, स्वच्छता अभियान, और पर्यावरण संरक्षण पर खुली चर्चा हो.

* सामुदायिक सफाई अभियानः पास-पड़ोस के कुछ मित्रों के साथ सफाई अभियान आयोजित करें, जिसमें स्थानीय स्थलों की सफाई कर पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया जाए.

* पर्यावरण संरक्षण संबंधी वर्कशॉपः पर्यावरण संरक्षण संबंधी कार्यशाला आयोजित करें, जिसमें लोगों को अधिक जानकारी और नई विचारों को शेयर करने का अवसर मिले.