Dussehra 2022 Rangoli Design: दशहरा पर ये स्पेशल और आसान रंगोली डिजाइन बनाकर विजया दशमी के त्यौहार में लगाए चार चांद, देखें वीडियो
दशहरा रंगोली डिजाइन (Photo: YouTube)

Dussehra 2022 Rangoli Design: दशहरा (Dussehra 2022) एक प्रसिद्ध भारतीय त्योहार है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. इस साल दशहरा 5 अक्टूबर, 2022 को है. इस दिन रावण का पुतला जलाकर देश के कोने-कोने में यह शुभ त्योहार मनाया जाता है. दशहरे का त्यौहार रोशनी, खुशियों और जीत का प्रतिक है. दशहरा त्योहार महान हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार मनाया जाता है, इस महान दिन पर भगवान राम ने लंका पर विजय प्राप्त की थी, इसलिए इसे विजयादशमी के रूप में जाना जाता है. दशहरा को राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत के लिए भी जाना जाता है. नवरात्रि का त्योहार 9 दिनों तक मनाया जाता है, जिसमें देवी दुर्गा ने राक्षस के खिलाफ लड़ाई लड़ी और दुनिया को बचाया. यह भी पढ़ें: Papankusha Ekadashi Vrat 2022: सारे पापों का प्रायश्चित के लिए रखें पापांकुशा एकादशी व्रत? जानें तिथि, मुहूर्त और विष्णु पूजन का महत्व!

रावण को हराने के बाद भगवान राम अपनी पत्नी सीता के साथ अयोध्या वापस आए. उनके आने की ख़ुशी में दशहरा का त्यौहार उत्साह, रोशनी और रंगोली बनाकर दशहरे का त्यौहार मनाया गया. अयोध्या में चारों ओर ख़ुशी का माहौल था. इस अवसर पर पूरे देश में बड़े पैमाने पर मेलों और उत्सवों का आयोजन किया जाता है और 10 दिनों तक पूरे जोश के साथ मनाया जाता है. दशहरे के 20 दिनों के बाद हिंदुओं का सबसे शुभ और भव्य त्योहार दीपावली मनाया जाता है. लोग इस त्योहारी मौसम में मिठाइयाँ बाँटना, मिलना-जुलना पसंद करते हैं और इसका भरपूर आनंद लेते हैं.

दशहरे के दिन लोग अपने घर के बाहर चौखट पर रंगोली बनाते हैं, क्योंकि शुभता का प्रतिक है. इससे सुख समृधि आती है. इस दशहरे पर अगर आप भी रंगोली बनाना चाहते हैं तो हम आपके लिए ले आए हैं दशहरा स्पेशल आसान और सुंदर मेहन्दी डिजाइन. जिसे बनाकर आप अपने त्यौहार में चार चांद लगा सकते हैं.

देखें वीडियो:

दशहरा रंगोली:

दशहरा स्पेशल रंगोली डिजाइन:

लक्ष्मी पैर रंगोली:

दशहरा आकर्षक रंगोली डिजाइन:

दशहरा इजी रंगोली डिजाइन:

दशहरा विशेष:

इस पर्व के पीछे कई पौराणिक कथाएं हैं. भारत के कुछ हिस्सों में यह दिन उस दिन का प्रतीक है जिस दिन देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था.

इस तरह नवरात्र में मां दुर्गा के सभी नौ अवतारों की पूजा की जाती है. दक्षिण भारत में, दशहरा उत्सव उस दिन के रूप में मनाया जाता है जब चामुंडेश्वरी ने राक्षस महिषासुर का वध किया था. दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है.